मुजफ्फरनगर: कोतवाली क्षेत्र के छपार थाना क्षेत्र के रहने वाले अजय त्यागी पुत्र राजेंद्र का इलाज वेदांती मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टर ललित कुमार कर रहे थे. करीबन 5 महीने से इलाज चल रहा था. कुछ हड्डियों में प्लेट डालने में लापरवाही का आरोप अजय ने लगाया है. मरीज से इलाज के नाम पर डॉक्टर ने करीब छह लाख रुपये लिए थे.
डॉक्टर ने बेहोशी की हालत में अजय से अपने कोरे लेटर हेड पर अंगूठा लगवा लिया. जब मरीज ने इस पर आपत्ति जताई, तो डॉक्टर ने उसको धमकाया और फिर उसने अपने परिजनों को फोन कर बुलाया. मरीज और परिजनों के बहुत समझाने की कोशिश की, लेकिन डॉक्टर नहीं माना और उसने परिजनों के साथभी बदसलूकी की और धमकी देकर बाहर निकाल दिया.
थाना छपार गांव के रहने वाले अजय त्यागी पुत्र राजेंद्र ने कहा कि लगभग 5 महीने से मेरे हाथ का इलाज मुजफ्फरनगर के डॉ. ललित कुमार के पास चल रहा था. डॉक्टर की लापरवाही के कारण मेरी हड्डी गली हुई निकली. मेरा जीवन खराब हो गया है. मैं एक छोटा सा दुकानदार हूं. बेहोशी की हालत में लेटर पैड पर मेरा अंगूठा ले लिया गया. इसके बाद मेरे विरोध करने पर मुझे धमकी भी दी.
मुजफ्फरनगर में डॉक्टर पर आरोप लगाते हुए पीड़ित ललित कुमार ने कहा कि डॉक्टर ने पहले कहा कि यह बस इंफेक्शन है. वह दवाई लेने से ही ठीक हो जाएगा. लेकिन बाद में उन्होंने मेरी हड्डियों में प्लेट डाली और फिर बता दिया कि इंफेक्शन अब बहुत बढ़ चुका है. तुम्हारी हड्डी गल चुकी है. मैं इसमें कुछ नहीं कर सकता और मुझे धमकी दी और गाली-गलौच भी की.
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परिजनों ने कहा कि हमने डॉक्टर से बातचीत की. ललित के हाथ का इन्फेक्शन क्यों ठीक नहीं हो रहा है पूछा, तो डॉक्टर ने हमारे साथ भी बदसलूकी की. इसके बाद अस्पताल से धक्के देकर बाहर निकाल दिया. जब ललित हमारे साथ बाहर आ रहा था तो हॉस्पिटल में रखी एक फाइल हमारे हाथ लगी, जिसमें हमें कोरा लेटर हेड पैड जिस पर ललित का अंगूठा लगा हुआ था मिला. परिजनों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी और पुलिस ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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