मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोविड-19 वार्ड से मिल रही शिकायतों को दूर करने के लिए डीएम ने महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 हेल्प डेस्क की शुरुआत कराई. जहां तीमारदार हेल्प डेस्क से मरीज के संबंध में जानकारी ले सकेंगे.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज बेगराजपुर को कॉविड हॉस्पिटल के रूप में बनाया गया है. जहां पर कोविड-19 रोगियों को भर्ती किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों से वहां पर भर्ती मरीज के संंबंध में लगातार शिकायत सामने आ रही थी. इन शिकायतों का निवारण करने के लिए डीएम सेल्वा कुमारी जे ने बेगराजपुर मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 हेल्प डेस्क की शुरुआत की. जहां पर कोविड रोगी के तीमारदार हेल्प डेस्क पर पहुंचकर सीसीटीवी के माध्यम से भर्ती मरीज की फुटेज भी देख सकते हैं और मरीज से बात भी कर सकते हैं.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि दो हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. इन पर राउंड द क्लॉक ड्यूटी लगाई गई है. जिनके मोबाइल नंबर 7617589022 व 761759023 है. इन नंबरों पर भर्ती मरीज के तीमारदार किसी भी समय अपने घर बैठे ही सीधा चिकित्सक से संपर्क कर मरीज के संबंध में स्वास्थ्य संबंधित जानाकारी हासिल कर सकते हैं.
मुजफ्फरनगर में है ऑक्सीजन की 3 इकाइयां
देश में निरंतर बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के चलते पूर्वी उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन उत्पादन और सप्लाई की संख्या न के बराबर है. जबकि ऑक्सीजन उत्पादन और सप्लाई का काम पश्चिमी यूपी में ज्यादा है. ऐसे में सबकी निगाहें मुजफ्फरनगर में ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाली इकाइयों पर टिकी हुई है.
यूपी में आगरा में 8, मथुरा में 2, फिरोजाबाद में 3, अलीगढ़ में 5, बरेली में 3, कानपुर नगर में 4, औरैया में 1, मुजफ्फरनगर में 3, शामली में 1, गौतमबुद्ध नगर में 1, गाजियाबाद-16, बुलंदशहर में 2, मेरठ में 1, बिजनौर में 2, मुरादाबाद में 4 और कानपुर देहात में 1 ऑक्सीजन उत्पादन और सप्लाई की इकाइयां हैं. इस प्रकार प्रदेश की कुल 90 इकाइयों में आधे से अधिक इकाइयां पश्चिम उत्तर प्रदेश में है. ये इकाइयां चिकित्सा संस्थानों और निजी अस्पतालों के साथ ही उद्योगों को भी आक्सीजन की आपूर्ति का काम करती है.
पूर्वी उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन उत्पादन और सप्लाई इकाइयों की संख्या बहुत ही कम है. वाराणसी, अयोध्या और प्रयागराज जैसे जिलों में महज 1-1 इकाई है. वाराणसी के पड़ोसी जिले चंदौली में 6 इकाइयां हैं. जिनसे वाराणसी के साथ ही आसपास के अन्य जिलों में ऑक्सीजन की मांग पूरी होती है.
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