मुजफ्फरनगरः जिले में प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए लगातार प्रदूषण फैला रही पांच फैक्ट्रियों को सील कर दिया है. इससे हड़कंप मच गया है.
हिण्डन नदी को प्रदूषणमुक्त किये जाने के सम्बन्ध में आयुक्त सहारनपुर मण्डल एम लोकेश एवं जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह द्वारा नियमित रूप से आयोजित बैठक में प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों के खिलाफ सख्ती के आदेश दिए गए थे. साथ ही वर्तमान में प्रयागराज में माघ में माघ मेला का आयोजन चल रहा है तथा गंगा नदी व यमुना नदी के जल गुणवत्ता को बनाये रखने हेतु शासन स्तर पर भी सख्त निर्देश दिये गये हैं तथा दोषी उद्योगों के विरूद्ध तत्काल बन्दी की कार्रवाई के लिए कहा गया है.
मुजफ्फरनगर में धन्धेडा(बेगराजपुर)नाला एक मुख्य नाला है, जो कि काली नदी पश्चिमी में मिलता है. जनपद के लगभग सभी प्रमुख जल प्रदूषणकारी उद्योगों के उत्प्रवाह का निस्तारण इसी नाले के माध्यम से होता है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से रात में भी उद्योगों एवं नालों का निरीक्षण व सर्वेक्षण किया जा रहा है.
विभाग के मुताबिक बीती रात्रि में भ्रमण के दौरान टिहरी पल्प एण्ड पेपर मिल्स लिमीटेड भोपा रोड से अशुद्धिकृत उत्प्रवाह को धन्धेडा(बेगराजपुर) में निस्तारित किया जाता पाया गया. इसके अतिरिक्त रात्रि में उद्योग मैग्मा इण्डस्ट्रीज लिमीटेड औद्योगिक क्षेत्र बेगराजपुर द्वारा भी अशुद्धिकृत उत्प्रवाह को बेगराजपुर औद्योगिक नाले में निस्तारित किया जाता पाया गया, जिसके क्रम में क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा इमरजेन्सी क्लोजर की संस्तुति के आधार पर बोर्ड मुख्यालय लखनऊ द्वारा उक्त दोनों उद्योग के विरुद्ध बन्दी आदेश जारी कर दिए गए. इसके अनुपालन में बुधवार को दोनों उद्योगों की उत्पादन प्रक्रिया को सील कर दिया गया. तीन वायु प्रदूषणकारी उद्योग सम्यम् इण्डस्ट्रीज औद्योगिक क्षेत्र बेगराजपुर, सुमन इण्डस्ट्रीज औद्योगिक क्षेत्र बेगराजपुर एवं गुरदेव इंजीनियरिंग एण्ड इण्डस्ट्रीज, खतौली बाईपास मुजफ्फरनगर की बंदी के आदेश जारी किए गए हैं.
इस बारे में क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी अंकित सिंह ने बताया कि धंधेडा बेगराजपुर नाला काली नदी पश्चिमी में मिलता है और जिले के लगभग सभी प्रमुख जल प्रदूषणकारी उद्योगों के उत्प्रवाह का निस्तारण इसी नाले के माध्यम से होता है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने उद्योगों एवं नालों का निरीक्षण किया और इस दौरान मैसर्स टिहरी पल्प एंड पेपर मिल्स लिमिटेड भोपा रोड से जनित अशुद्धिकृत उत्प्रवाह को नाले में निस्तारित करते पाया गया. इसके अलावा मैग्मा इंडस्ट्रीज औद्योगिक क्षेत्र बेगराजपुर से भी अशुद्धिकृत उत्प्रवाह को बेगराजपुर औद्योगिक नाले में निस्तारित किया गया. इमरजेंसी क्लोजर की संस्तुति के आधार पर बोर्ड मुख्यालय लखनऊ ने दोनों उद्योग के बंदी के आदेश जारी कर दिए हैं.