मुजफ्फरनगर: जिले में बीजेपी के एक नेता द्वारा नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है. इस मामले में भाजपा के पूर्व नगर अध्यक्ष समेत दो लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.
आपको बता दें कि कपसाड निवासी रामौतार नगर के एक स्कूल में हेड मास्टर के पद पर तैनात हैं. साल 2018 में रामौतार ने डॉ. योगेश मलिक से अपनी पत्नी की एक स्कूल में नौकरी लगवाने की बात कही. इसके लिए भाजपा के खतौली पूर्व नगर अध्यक्ष प्रशांत देशवाल ने रामौतार से पच्चीस लाख रुपये की मांग की थी, जिसके बाद उन्होंने 18 लाख 25 हजार रुपये दे दिए थे. वहीं एक वर्ष बीत जाने के बाद भी पत्नी की नौकरी नहीं लगी तो रामौतार ने अपने रुपये वापस मांगे, जिसके बाद उन्हें पांच लाख 80 हजार नकद वापस दिए गए. इसके बाद फिर जब उन्होंने बाकी पैसे की मांग की तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई.
रामौतार ने रुपये नहीं मिलने पर पुलिस में शिकायत की. उन्होंने बताया कि पांच अगस्त 2020 को बकाया राशि लेने वह डॉ. योगेश मलिक की दुकान पर पहुंचा तो वहां पहले से ही मौजूद पूर्व नगर अध्यक्ष प्रशांत देशवाल ने रुपये देने से इनकार कर जान से मारने की नीयत से गोली भी चला दी, जिसमें पीड़ित बाल-बाल बच गया. रामौतार ने इस घटना की शिकायत कोतवाली में दी, जिसके बाद पुलिस कर्मियों ने आरोपियों से समझौता कराने का प्रयास भी किया था. कोतवाली से कोई कार्रवाई न होने पर पीड़ित एसएसपी के पास पहुंचा. शिकायत की सुनवाई के बाद एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने मंगलवार को डॉ. योगेश मलिक और पूर्व नगर अध्यक्ष प्रशांत देशवाल पर जान से मारने का प्रयास और धोखाधड़ी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है.