मुजफ्फरनगर: तीर्थ नगरी शुक तीर्थ से होकर बहने वाली बाणगंगा और सोलानी नदियों में प्रदूषित जल छोड़े जाने पर उत्तराखंड लक्सर की आरबीएनएस डिस्टलरी के विरुद्ध मुकदमा (FIR against RBNS distillery in Muzaffarnagar) दर्ज कराया गया. मुजफ्फरनगर जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी शुक्रवार को शुक्रताल तीर्थ पहुंचे. उन्होंने बोट में सवार होकर बाणगंगा और सोलानी नदी में प्रदूषण का जायजा लिया गया.
मुजफ्फरनगर स्तिथ धर्म नगरी शुक तीर्थ से होकर बहने वाली बाणगंगा और सोलानी नदी में पिछले दिनों से दूषित जल का प्रभाव बढ़ रहा है. इसमें नदियों में दूषित जल आने से वन्य जीव जंतुओं को नुकसान पहुंच रहा है. वहीं साधु-संतों को भी धार्मिक क्रियाकलाप करने में परेशानी हो रही है. प्रदूषण के कारण इसमें साधु संत और श्रद्धालु पवित्र नदियों में न तो स्नान कर पा रहे हैं और न ही आचमन कर पा रहे हैं. यह भी बता दें कि प्रवाहित होने वाली बाणगंगा और सोलानी नदियों में नौ मार्च से दूषित पानी आ रहा है.
इसके चलते जलीय जीवों को नुकसान पहुंच रहा है और श्रद्धालुओं को भी काफी दिक्कत हो रही है. इस मामले में क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने जांच की, तो पाया कि नदियों में हरिद्वार के कस्बा लक्सर स्थित आरबीएनएस डिस्टलरी से निस्तारित केमिकल युक्त गंदा पानी छोड़ा जा रहा है. इसके चलते पानी में डिजॉल्व ऑक्सीजन की कमी हो गई.
इस मामले में डीएम के निर्देश पर क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी अंकित सिंह ने उत्तराखंड लक्सर डिस्टलरी के संचालकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया. शुक्रवार को जिला अधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने सीडीओ संदीप भगिया के साथ सोलानी और बाण गंगा नदियों में प्रदूषण का जायजा लिया. इस दौरान जिला अधिकारी अन्य अधिकारियों के साथ नाव पर सवार होकर बाण गंगा नदी होते हुए बॉर्डर तक भी गए.
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