मुजफ्फरनगर : केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों को लेकर देश का किसान आहत है. दिल्ली बॉर्डर पर किसान संगठन आंदोलनरत हैं, लेकिन केंद्र सरकार कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए तैयार नहीं है. जगह-जगह आंदोलन करके किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. इसी कड़ी में अब किसान अपने खेतों में लहलहा रही फसलों को नष्ट करने का काम कर रहे हैं. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आह्वान पर उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में गुरुवार को फिर से एक किसान ने अपनी 5 बीघा सरसों की फसल को ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया.
पावटी गांव में किसान ने चलाया फसल पर ट्रैक्टर
दरअसल, मुजफ्फरनगर के चरथावल थाना क्षेत्र के पावटी गांव में शनिवार को प्रवीण त्यागी नाम के एक किसान ने बीकेयू कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर नारेबाजी की और अपनी 5 बीघा की तैयार सरसों की फसल को ट्रैक्टर चलाकर बर्बाद कर डाला.
किसान प्रवीण त्यागी की मानें तो किसानों की फसलों के दाम तो बढ़ नहीं रहे हैं, लेकिन खर्चा जरूर बढ़ रहा है. ऐसे में फसल का क्या करेंगे. इससे खेत खाली रहना ही अच्छा है.
हरेटी गांव में किसान ने रोटावेटर से 5 बीघा फसल की नष्ट
कृषि कानूनों के विरोध में आक्रोशित हुए किसान अपनी कड़ी फसलों को नष्ट करने में लगे हैं. पुरकाजी थाना क्षेत्र के गांव हरेटी के किसान सचिन ने ट्रैक्टर के पीछे रोटावेटर बांधकर अपने खेत में खड़ी पांच बीघा गेंहू की फसल को बर्बाद कर डाला. फसल नष्ट होने के बाद आसपास के किसानों की भीड़ जमा हो गई. फसल नष्ट होने के दौरान भारतीय किसान यूनियन के जिला उपाध्यक्ष बिट्टू राठी, विवेक राठी, नीटू अहलावत के अलावा मंडल महासचिव नवीन राठी भी उपस्थित रहे.
राकेश टिकैत के आह्वान पर उठाया कदम, खड़ी फसल कर दी बर्बाद
बता दें कि उत्तर प्रदेश में जगह-जगह से किसानों के द्वारा अपनी फसलों को बर्बाद करने की खबरें आ रही हैं. इस समय किसान कृषि कानूनों को लेकर खासा नाराज दिखाई पड़ रहा है.