मुजफ्फरनगर: रामपुर तिराहा स्थित उत्तराखंड शहीद स्मारक स्थल पर सामाजिक संगठन उत्तराखंड कार्मिक एकता मंच के तत्वाधान में कलश यात्रा निकाली गई. कलश यात्रा में उत्तराखंड के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. यह कलश यात्रा पौराणिक स्थल गोलू देवता मंदिर से शुरू की गई. कलश यात्रा में गंगोत्री के गोमुख से गंगाजल लेकर संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल रास्ते में पड़ने वाले सभी जनपदों से होते हुए जनपद मुजफ्फरनगर पहुंचा. जहां उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत द्वारा कलश यात्रा का समापन कराया गया.
उत्तराखंड के सामाजिक संगठन उत्तराखंड कार्मिक एकता मंच द्वारा विकास कार्यों में बाधक हड़ताल की जवाबदेही को लेकर चलाए जा रहे अभियान में सफलता मिलती दिखाई दे रही है. संगठन द्वारा जनपद अल्मोड़ा में विख्यात पौराणिक स्थल गोलू देवता मंदिर से एक एकता कलश यात्रा का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम के बाद उत्तराखंड कार्मिक एकता मंच के अध्यक्ष रमेश चंद्र पांडे ने बताया कि उन्होंने शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए "आवाज दो हम एक हैं" का नारा दिया था. इसके साथ ही संगठन की मांग है कि विकास में बाधक हड़ताल पर जवाबदेही होनी चाहिए. इसके लिए काफी समय से प्रयास कर रहे हैं मगर उस पर कोई सफलता नहीं मिली. सरकार को कई पत्र लिखने के बाद उन्होंने पौराणिक स्थल अल्मोड़ा के गोलू देवता मंदिर में अपनी अर्जी लगाई, जो शायद गोलू देवता द्वारा मंजूर होती दिखाई दे रही है. इसी को लेकर एकता कलश यात्रा का आयोजन किया गया. गोमुख से गंगा जल लेकर हम मुजफ्फरनगर के उत्तराखंड शहीद स्मारक रामपुर तिराहा पर पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री के द्वारा इस एकता कलश यात्रा का समापन किया गया है. अब हमें उम्मीद है कि शायद उनकी यह मांग पूरी हो सकती है.