मुजफ्फरनगर: भारतीय किसान यूनियन के मंडल महासचिव राजू अहलावत के नेतृत्व में किसानों ने धरना दिया. राष्ट्रीय राजमार्गों ओर रेलवे में किसानों की भूमि अधिग्रहण में सही मुआवजा न मिलने के पर गुरुवार को NH-58 पर जाम लगाकर धरना दिया. भारतीय किसान यूनियन के जाम धरने की सूचना पाकर एसपी सिटी सतपाल अंतिल और एडीएम वित्त एवं राजस्व आलोक कुमार धरना स्थल पर पहुंचे.
किसान नेताओं से बातचीत के बाद जाम खुलने पर सहमति बनी. लेकिन धरना जारी रखने पर अड़े किसान कुछ देर तक एडीएम प्रशासन और एसपी सिटी को कड़ी धूप में धरना रथ पर बैठाए रखा.
नहीं मिला मुआवजा
भारतीय किसान यूनियन के मंडल महासचिव राजू अहलावत ने ईटीवी संवाददाता से बात करते हुए बताया के 10 वर्ष पूर्व किसानों की जमीन NH-58 में गई थी, लेकिन उसका आज तक मुआवजा नहीं मिल पाया है. अब पानीपत खटीमा मार्ग का निर्माण कार्य शुरू हो गया है, उसका भी मुआवजा नहीं मिल पाया है.
भाकियू के महासचिव ने लगाया आरोप
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मुआवजा प्रणाली में साफ-साफ लिखा हुआ है कि जिसकी जैसी जमीन होगी वैसा ही मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि 10 साल का बहुत बड़ा समय होता है, अभी तक किसानों को मुआवजा नहीं दिया गया है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होती है, तब-तक धरना जारी रहेगा.
हाईवे किनारे किसानों ने लगाया टेंट
उन्होंने कहा कि अगर हाईवे पर किसी किसान के साथ कोई घटना घटती है तो उसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी. धरनास्थल पर भाकियू के मंडल महासचिव राजू अहलावत के साथ सैकड़ों किसान हाईवे के किनारे टेंट लगाकर जमे हुए हैं.
मुआवजा मिलने पर ही बंद होगा धरना
किसानों ने साफ तौर पर कहा कि जब तक NH-58 जमीन का मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक धरना अनिश्चितकालीन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि अनेक अधिकारी आए और चले गए, लेकिन इस मामले में कोई हल नहीं निकल पाया है. अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर चले जाते हैं. NH-58 से लेकर रेल का मुआवजा और अब पानीपत खटीमा मार्ग पर भी काम हो रहा है, लेकिन मुआवजा नहीं मिला है.