मुजफ्फरनगर : कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के आंदोलन को चलते हुए आज 70वां दिन है. जैसे-जैसे आंदोलन खिंचता जा रहा है लोगों में सरकार के खिलाफ आक्रोश भी बढ़ता जा रहा है. यहां तक की मुजफ्फरनगर में लोगों ने गांव के मुख्य मार्ग पर 'भाजपा का प्रवेश वर्जित' का बोर्ड लगा दिया है और पोस्टर में सभी 'भाजपा नेताओं का गांव में आना सख्त मना' लिखा गया है. इतना ही नहीं पोस्टर में प्रधानमंत्री मोदी के फोटो पर रिजेक्टिंग की मोहर लगा दी गई है. इससे साफ जाहिर होता है कि केंद्र सरकार के प्रति लोगों में किस कदर नाराजगी है.
कृषि बिल के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर देश का अन्नदाता पिछले दो महीनों से राजधानी दिल्ली की सीमा पर केंद्र सरकार से अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है. लेकिन केंद्र सरकार अपने फैसले पर अडिग है. वहीं किसान उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में प्रतिदिन पंचायत का आयोजन कर रहे हैं.
इसी कड़ी में बिजनौर के बाद अब मुजफ्फरनगर के भी गांवों में भाजपा विरोधी लहर का अंकुर फुट चला है. जिसके बाद जिले के भोपा थाना क्षेत्र के करहेड़ा गांव में ग्रामीणों ने एक बैनर लगाकर भाजपा नेताओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. वहीं जब गांव में सरकार विरोधी पोस्टर लगने की सूचना पुलिस को हुई तो हड़कंप मच गया. फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर इन सभी पोस्टरों को हटा दिया है.