मुजफ्फरनगर: कृषि कानून के खिलाफ किसान संगठनों का आंदोलन जारी है. सरकार और किसानों के बीच कई बार की वार्ता विफल रही. किसान तीनों काले कानूनों को वापस कराने की जिद में दिल्ली बॉर्डर पर अड़े हैं, लेकिन केंद्र सरकार बिल वापसी को तैयार नहीं है. केंद्र सरकार की हठधर्मिता के चलते अब ग्रामीण अंचलों में भाजपा का विरोध शुरू हो गया है.
बता दें कि मोरना कस्बे में करीब 15 गांवों में शरारती तत्वों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के फोटो पर कालिख पोत दी. ऐसे में क्षेत्रीय भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है. वहीं किसानों ने ग्राम करहेड़ा के बाहर भाजपा नेताओं का गांव में प्रवेश वर्जित और मोदी रिजेक्ट का बैनर लगा दिया, जिसे पुलिस ने रात में ही उतरवा दिया. किसान आंदोलन के चलते गांवों में भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध के सुर उठने लगे है.
शरारती तत्वों ने CM योगी और PM मोदी की तस्वीरों पर पोती कालिख
मुजफ्फरनगर के कस्बा मोरना में कुछ शरारती तत्वों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की होर्डिंग और बैनरों पर कालिख पोत दी. इस घटना से क्षेत्रीय भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है.
मुजफ्फरनगर: कृषि कानून के खिलाफ किसान संगठनों का आंदोलन जारी है. सरकार और किसानों के बीच कई बार की वार्ता विफल रही. किसान तीनों काले कानूनों को वापस कराने की जिद में दिल्ली बॉर्डर पर अड़े हैं, लेकिन केंद्र सरकार बिल वापसी को तैयार नहीं है. केंद्र सरकार की हठधर्मिता के चलते अब ग्रामीण अंचलों में भाजपा का विरोध शुरू हो गया है.
बता दें कि मोरना कस्बे में करीब 15 गांवों में शरारती तत्वों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के फोटो पर कालिख पोत दी. ऐसे में क्षेत्रीय भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में रोष व्याप्त है. वहीं किसानों ने ग्राम करहेड़ा के बाहर भाजपा नेताओं का गांव में प्रवेश वर्जित और मोदी रिजेक्ट का बैनर लगा दिया, जिसे पुलिस ने रात में ही उतरवा दिया. किसान आंदोलन के चलते गांवों में भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध के सुर उठने लगे है.