चंदौली: प्रदेश सरकार के तमाम कवायदों के बावजूद चंदौली के परिषदीय विद्यालयों में स्वेटर वितरण नहीं हो सके. हालत यह है कि इस भीषण ठंड में बच्चे ठिठुरते हुए स्कूल जाने को मजबूर हैं, जबकि कार्यदाई संस्था को 25 नवम्बर तक स्वेटर वितरण की डेडलाइन दी गई थी, लेकिन डेडलाइन बीतने के एक माह बाद भी स्कूलों में स्वेटर का वितरण नहीं हो सका. हालांकि बेसिक शिक्षा विभाग अब इस लेटलतीफी के लिए कार्यदाई संस्था के खिलाफ नोटिस और दिए गए भुगतान में कटौती की बात कह रहा है.
उत्तर भारत में ठिठुरन बढ़ी
पूर्वांचल समेत चन्दौली में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ठंड का अंदाजा आप इस बात से ही लगा सकते हैं कि कई जिलों में स्कूलों को बंद करने की नौबत आ गई है. वहीं हाड़ कपा देने वाली इस ठंड में बच्चे ठिठुरने को मजबूर हैं, जबकि इस स्कूल परिसर में ही बीआरसी का भी दफ्तर है, जहां एबीएसए साहब रोज आते हैं, लेकिन ठंड से ठिठुर रहे बच्चों को अब तक स्वेटर नहीं दिला पाए.
डेटलाइन से एक महीने बाद भी नहीं बांटे गए स्वेटर
इस बार शासन ने जेम पोर्टल से टेंडर किया था. जिले में स्वेटर सप्लाई का काम कानपुर की एक फर्म शुभम हैंडलूम को मिला है, जो समय रहते अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए स्वेटर की सप्लाई नहीं कर सकी, जिसका अंजाम बच्चे भुगत रहे हैं. जिले में कुल 2 लाख 16 हजार बच्चों को स्वेटर का वितरण किया जाना है, लेकिन डेडलाइन से एक महीने बाद भी नहीं बांटा जा सका.
बहुत जल्द स्वेटर बांटने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी. इस लेटलतीफी के लिए कार्यदाई संस्था शुभम हैंडलूम के खिलाफ शासन को पत्र लिखने के साथ ही कार्रवाई भी की जा रही है. उनके भुगतान में नियमानुसार कटौती की जाएगी.
-भोलेन्द्र प्रताप सिंह, बीएसए