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Chandauli Fish Market की टेंडर प्रक्रिया पूरी, 61 करोड़ की लागत से बनेगा स्टेट ऑफ होलसेल फिश मार्केट

Chandauli Fish Market: चंदौली में पूर्वांचल के मत्स्यपालकों के लिए 61.87 करोड़ की लागत से अल्ट्रा मॉडल मत्स्य मंडी का निर्माण कराया जा रहा है. इसकी टेंडर प्रक्रिया पूरा कर लिया गया है. डीएम ने कहा पूर्वांचल के लिए मील का पत्थर बनेगी स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट (State Of Wholesale Fish Market).

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Published : Feb 15, 2023, 12:12 PM IST

चंदौली: पूर्वांचल के मत्स्यपालकों की आय दोगुनी करने के लिए बड़ी पहल की गई है. चंदौली में दिल्ली कोलकाता नेशनल हाईवे पर करीब 1 हेक्टेयर में 61.87 करोड़ की लागत से अल्ट्रा मॉडल फिश मार्केट का निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है. बता दें कि पीएम मोदी ने जीआईएस-23 के मंच से फिशरी को लेकर बड़ी संभावना जतायी थी. यह मंडी सबसे आधुनिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी. यहां होलसेल, रिटेल और मछली पालन से संबंधित सभी उपकरण, सीड्स, दवाएं, चारा एक छत के नीचे उपलब्ध होगा. इसके साथ ही यहां एक्सक्लूसिव फिश रेस्टोरेंट, प्रशिक्षण के लिए कांफ्रेंस हॉल, प्रोसेसिंग यूनिट समेत कई तरह की सुविधाएं होंगी. निर्माण कार्य को लेकर एक संस्था से अनुबंध हो चुका है, जो जुलाई 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा.

जिलाधिकारी ईशा दुहन ने बताया कि ये देश की अपनी पहली तरह की मत्स्य संबंधित कारोबार की स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट होगी, जिसमें मछली की होलसेल और रिटेल मार्केट भी रहेगा. यहां सीड्स, फीड्स, दवाएं और उपकरण सभी चीजें एक छत के नीचे उपलब्ध होंगी. मछली पालन को लेकर दुनिया भर में चल रही नई तकनीक का प्रदर्शन आधुनिक एग्जिबीशन हाल में किया जाएगा. मत्स्य पालकों के प्रशिक्षण, सेमिनार आदि के लिए कॉन्फ्रेंस हाल भी तैयार किया जाएगा. वहीं, पीपीपी मॉडल पर दूसरी मंजिल पर एक एक्सक्लूसिव फिश रेस्टोरेंट भी होगा, जहां फिश के कई प्रकार के व्यंजनों का स्वाद कोई भी चख सकेगा.

जिलाधिकारी ने बताया कि चंदौली के अलावा पूरे पूर्वांचल के लिए स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट मील का पत्थर साबित होगा. इससे न केवल मत्स्य पालकों की आय में बढ़ावा होगा. बल्कि अन्य लोगों को मत्स्य पालन के लिए बढ़ावा भी मिलेगा. वहीं, रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे. इसके निर्माण से सिर्फ चंदौली के 1125 मत्स्य पालकों को उनके मत्स्य उत्पाद का उचित मूल्य मिलेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी. जबकि स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट में 25 हजार टन का व्यवसाय संभावित है. इससे प्रत्यक्ष रूप से 125 और 1000 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध होगा. मंडी में 111 दुकानें भी होंगी.



400 किलोवाट का लगेगा सोलर पावरः जिलाधिकारी के अनुसार, पूरी बिल्डिंग सेंट्रली वातानुकूलित होगी. ऊर्जा बचाने के लिए 400 किलोवाट का सोलर पावर भी लगाए जाने की योजना है. आने जाने के लिए अलग अलग रास्ते होंगे. मछलियों की दुर्गन्ध न फैले इसके लिए भी विशेष प्रबंध होगा. व्यापारियों और ट्रक ड्राइवरों के लिए गेस्ट हाउस भी बनाया जाएगा. स्टेट ऑफ होलसेल फिश मार्केट के निर्माण में 30 करोड़ केंद्र सरकार और 20 करोड़ राज्य सरकार के साथ 11.87 करोड़ मंडी परिषद खर्च करेगी.

इन सुविधाओं से लैस होगा स्टेट ऑफ होलसेल फिश मार्केटः

जी प्लस 3 मंजिल का एक्सपीरियंस सेंटर में एग्जिबीशन हाल, म्यूज़ियम, 2 कॉन्फ्रेंस, सेमनिनार हाल और 6 लेक्चर हाल होंगे.

जी प्लस 2 मंजिल का होल सेल ब्लॉक होगा, जिसमें 3 तरह की दुकानों के साथ ओस्क होगा.

जी प्लस 2 मंजिल का रिटेल ब्लॉक होगा, जहां रिटेल स्टोर, रिटेल की ओस्क रेस्टोरेंट होगा.

ये भी पढ़ेंः Public Work Department : सड़क निर्माण में 6 करोड़ से अधिक की ओवर बजटिंग पर अधिशासी अभियंता निलंबित, नौ अन्य पर कार्रवाई

चंदौली: पूर्वांचल के मत्स्यपालकों की आय दोगुनी करने के लिए बड़ी पहल की गई है. चंदौली में दिल्ली कोलकाता नेशनल हाईवे पर करीब 1 हेक्टेयर में 61.87 करोड़ की लागत से अल्ट्रा मॉडल फिश मार्केट का निर्माण कार्य शुरू होने जा रहा है. बता दें कि पीएम मोदी ने जीआईएस-23 के मंच से फिशरी को लेकर बड़ी संभावना जतायी थी. यह मंडी सबसे आधुनिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर की होगी. यहां होलसेल, रिटेल और मछली पालन से संबंधित सभी उपकरण, सीड्स, दवाएं, चारा एक छत के नीचे उपलब्ध होगा. इसके साथ ही यहां एक्सक्लूसिव फिश रेस्टोरेंट, प्रशिक्षण के लिए कांफ्रेंस हॉल, प्रोसेसिंग यूनिट समेत कई तरह की सुविधाएं होंगी. निर्माण कार्य को लेकर एक संस्था से अनुबंध हो चुका है, जो जुलाई 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा.

जिलाधिकारी ईशा दुहन ने बताया कि ये देश की अपनी पहली तरह की मत्स्य संबंधित कारोबार की स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट होगी, जिसमें मछली की होलसेल और रिटेल मार्केट भी रहेगा. यहां सीड्स, फीड्स, दवाएं और उपकरण सभी चीजें एक छत के नीचे उपलब्ध होंगी. मछली पालन को लेकर दुनिया भर में चल रही नई तकनीक का प्रदर्शन आधुनिक एग्जिबीशन हाल में किया जाएगा. मत्स्य पालकों के प्रशिक्षण, सेमिनार आदि के लिए कॉन्फ्रेंस हाल भी तैयार किया जाएगा. वहीं, पीपीपी मॉडल पर दूसरी मंजिल पर एक एक्सक्लूसिव फिश रेस्टोरेंट भी होगा, जहां फिश के कई प्रकार के व्यंजनों का स्वाद कोई भी चख सकेगा.

जिलाधिकारी ने बताया कि चंदौली के अलावा पूरे पूर्वांचल के लिए स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट मील का पत्थर साबित होगा. इससे न केवल मत्स्य पालकों की आय में बढ़ावा होगा. बल्कि अन्य लोगों को मत्स्य पालन के लिए बढ़ावा भी मिलेगा. वहीं, रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे. इसके निर्माण से सिर्फ चंदौली के 1125 मत्स्य पालकों को उनके मत्स्य उत्पाद का उचित मूल्य मिलेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी. जबकि स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट में 25 हजार टन का व्यवसाय संभावित है. इससे प्रत्यक्ष रूप से 125 और 1000 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार उपलब्ध होगा. मंडी में 111 दुकानें भी होंगी.



400 किलोवाट का लगेगा सोलर पावरः जिलाधिकारी के अनुसार, पूरी बिल्डिंग सेंट्रली वातानुकूलित होगी. ऊर्जा बचाने के लिए 400 किलोवाट का सोलर पावर भी लगाए जाने की योजना है. आने जाने के लिए अलग अलग रास्ते होंगे. मछलियों की दुर्गन्ध न फैले इसके लिए भी विशेष प्रबंध होगा. व्यापारियों और ट्रक ड्राइवरों के लिए गेस्ट हाउस भी बनाया जाएगा. स्टेट ऑफ होलसेल फिश मार्केट के निर्माण में 30 करोड़ केंद्र सरकार और 20 करोड़ राज्य सरकार के साथ 11.87 करोड़ मंडी परिषद खर्च करेगी.

इन सुविधाओं से लैस होगा स्टेट ऑफ होलसेल फिश मार्केटः

जी प्लस 3 मंजिल का एक्सपीरियंस सेंटर में एग्जिबीशन हाल, म्यूज़ियम, 2 कॉन्फ्रेंस, सेमनिनार हाल और 6 लेक्चर हाल होंगे.

जी प्लस 2 मंजिल का होल सेल ब्लॉक होगा, जिसमें 3 तरह की दुकानों के साथ ओस्क होगा.

जी प्लस 2 मंजिल का रिटेल ब्लॉक होगा, जहां रिटेल स्टोर, रिटेल की ओस्क रेस्टोरेंट होगा.

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