चंदौली: चंदौली में बसपा को बड़ा झटका लगा है. जिले के तीन बड़े नेताओं ने हाथी की सवारी छोड़कर सपा की साइकिल पर सवार हो गए हैं. जिला महासचिव गुलशेर सिद्दीकी और मंडल कोऑर्डिनेटर महेंद्र राव समेत 3 लोगों ने सपा का दामन थाम लिया है. शनिवार को सपा मुखिया व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इन तीनों को पार्टी में शामिल कराया. इसमें बसपा से निष्काषित राम अचल राजभर ने सूत्रधार की भूमिका निभाई.
दरअसल, गुलशेर सिद्दीकी पिछले काफी दिनों से मुगलसराय विधानसभा से उम्मीदवार की इच्छा पाले हुए थे. लेकिन सपना पूरा न होता देख उन्होंने बसपा से किनारा कर सपा का दामन थाम लिया. उन्होंने बसपा पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने 17 वर्षों तक बसपा की सेवा की. छात्र राजनीति से ही बसपा की सदस्यता लेकर संघर्ष किए. लेकिन जब भागीदारी देने की बात आई तो उनके साथ सौदा होने लगा.
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उन्होंने कहा कि कांशीराम ने जो बसपा बनाई थी, जो नीतियां लागू की थीं, उनका अनुपालन नहीं हो रहा है. समाज हित में भी पार्टी कोई काम नहीं कर रही है. केवल निजी स्वार्थ के लिए पार्टी में रहना उन्हें गंवारा नहीं था. वहीं, सपा मुखिया की सोच को विकासपरक बताते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें तो पहले ही सपा में शामिल हो जाना चाहिए था.
इधर, पार्टी में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि वो मुगलसराय विधानसभा सीट से टिकट के लिए आवेदन किए हैं. बाकी राष्ट्रीय अध्यक्ष का हर फैसला उन्हें स्वीकार्य होगा. समाजवादी चंदौली की सभी चारों विधानसभा सीट जीतेगी.
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