चंदौली: महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित बाल गृह (शिशु) के लावारिस हाल में मिली बच्ची अब अपने नए परिवार के साथ रहेगी. बाल गृह में मिली बच्ची को स्पेन की एक महिला ने गोद (adopted) लिया है. स्पेनिश महिला ने कानूनी प्रक्रिया पूर्ण कर बच्ची को अपनाया है. सोमवार को जिलाधिकारी ईशा दुहन व जिला प्राबेशन अधिकारी ने स्पेनिश महिला और बच्ची को पासपोर्ट सौंपा है.
बता दें कि चंदौली के बालिका बाल शिशु गृह में लगभग 3 साल पहले एक लावारिस बच्ची मिली थी. इसे बाल कल्याण समिति चंदौली के आदेश पर बीते 24 नवंबर 2019 को आवासित कराया गया था. कानूनी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद बच्ची को बाल कल्याण समिति चंदौली द्वारा स्वतंत्र घोषित किया गया था.
केन्द्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार के केयरिग्स पोर्टल के माध्यम से विदेशी महिला ने लावारिश बच्ची को गोद लिया है. हिंदुस्तानी बच्ची को गोद लेने वाली महिला स्पेन की प्रशासनिक सेवा में कार्यरत है.
लावारिश बच्ची की चमकी किस्मत, स्पेन में होगी परवरिश
चंदौली के बालिका बाल शिशु गृह में मिली लावारिश बच्ची की किस्मत चमक गई है. इस बच्ची की परवरिश अब स्पेन में होगी.
चंदौली: महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित बाल गृह (शिशु) के लावारिस हाल में मिली बच्ची अब अपने नए परिवार के साथ रहेगी. बाल गृह में मिली बच्ची को स्पेन की एक महिला ने गोद (adopted) लिया है. स्पेनिश महिला ने कानूनी प्रक्रिया पूर्ण कर बच्ची को अपनाया है. सोमवार को जिलाधिकारी ईशा दुहन व जिला प्राबेशन अधिकारी ने स्पेनिश महिला और बच्ची को पासपोर्ट सौंपा है.
बता दें कि चंदौली के बालिका बाल शिशु गृह में लगभग 3 साल पहले एक लावारिस बच्ची मिली थी. इसे बाल कल्याण समिति चंदौली के आदेश पर बीते 24 नवंबर 2019 को आवासित कराया गया था. कानूनी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद बच्ची को बाल कल्याण समिति चंदौली द्वारा स्वतंत्र घोषित किया गया था.
केन्द्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार के केयरिग्स पोर्टल के माध्यम से विदेशी महिला ने लावारिश बच्ची को गोद लिया है. हिंदुस्तानी बच्ची को गोद लेने वाली महिला स्पेन की प्रशासनिक सेवा में कार्यरत है.