चंदौली : सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के आह्वान पर सपा कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी. अपनी 7 सूत्रीय मांगों को लेकर सपा कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन एडीएम को सौंपा.
सपाइयों ने प्रदेश और जिले में बिगड़ रही कानून व्यवस्था, दलित छात्रों के बीएड में निःशुल्क प्रवेश की व्यवस्था निरस्त किए जाने पर नाराजगी जाहिर की. इसके अलावा युवा सपाइयों ने निजीकरण को जनहित व रोजगार विरोधी करार दिया. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि रोजगार देने की बात कहकर सत्ता में आने वाली भाजपा रोजगार छीनने का काम कर रही है, जिसे समाजवादी पार्टी के लोग एकदम बर्दाश्त नहीं करेंगे.
इस दौरान समाजवादी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण जनता बेहाल है. गरीब परिवार के बच्चों को अनिवार्य शिक्षा तक नहीं मिल पा रही है. यूपी में अनुसूचित जाति एवं जनजाति समाज के बच्चों के बीएड में निःशुल्क प्रवेश पर सरकार ने रोक लगा दी है, जो तानाशाही रवैया है.
सपा ने आरोप लगाया कि जिले में कानून व्यवस्थ पूरी तरह ध्वस्त है. भाजपा नेताओं के इशारे पर हत्याएं हो रही हैं. बढ़ते अपराध से महिलाएं, युवतियां, व्यापारी व आम आदमी डरा हुआ है.
भाजपा सरकार में संविधान को ताक पर रखकर काम किया जा रहा है. सपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अब सरकार की तानाशाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. यदि सरकार ने बेरोजगारी के मुद्दे पर शीघ्र ठोस कदम नहीं उठाया तो सपा बड़ा आंदोलन करेगी.