चंदौली: देश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और इसी दौरान प्रवासी मजदूरों का पलायन भी जारी है. अलग-अलग राज्यों में फंसे हजारों कामगारों की घर वापसी के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई गई हैं. गुजरात मे फंसे प्रवासी मजदूरों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन पूर्वी उत्तर प्रदेश के दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पहुंची, लेकिन वैश्विक महामारी की मार झेल रहे इन लोगों को अव्यवस्था की मार झेलनी पड़ी.
ट्रेन से यूपी के अलग-अलग जिलों के श्रमिक और कामगार पहुंचे, जो अपनी रोजी-रोटी के लिए गुजरात गए थे. कोरोना की त्रासदी ने इनको घर वापसी को मजबूर कर दिया. सूरत से चलकर डीडीयू जंक्शन पहुंची इस ट्रेन में चन्दौली के अलावा वाराणसी, प्रयागराज, मिर्जापुर, सोनभद्र, गाजीपुर, जौनपुर, भदोही समेत अन्य जनपदों के लोग सवार थे.
महंगा पड़ा श्रमिक स्पेशल ट्रेन का सफर
इन लोगों ने कहा कि लॉकडाउन के चलते काम काज बंद हो गए है. खाने पीने की समस्या खड़ी हो गई. जब कोई रास्ता नहीं सूझा तो सभी कामगारों ने घर वापसी की फैसला किया. इन्होंने श्रमिक स्पेशल ट्रेन से घर वापसी का रजिस्ट्रेशन कराया. सूरत से डीडीयू जंक्शन तक के सफर लिए 800 रुपयों का भुगतान भी किया, जबकि रेलवे का टिकट मात्र 630 रुपये का ही है.
दलालों ने किया मजदूरों के साथ छल
बढ़े हुई टिकट दर के बारे में जब इन लोगों ने टिकट बनवाने वाले दलालों से पूछा तो बताया गया कि स्टेशन से उनके घर जाने तक के लिए भी भाड़ा लिया गया, लेकिन चंदौली पहुंचने पर पता चला कि हालात के मारे इन मजदूरों को छला गया है.
ट्रेन में खराब व्यवस्था
यात्रा के दौरान भी इनको काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. इन कामगारों ने बताया कि ट्रेन में पीने के पानी और खाने की भी काफी दिक्कत थी. सूरत से डीडीयू के बीच मात्र एक बार खाना और पानी मिला. वो भी खिचड़ी. हालांकि, डीडीयू जंक्शन पहुंचने पर जरूर इन्हें नाश्ते के पैकेट के साथ पानी दिया गया.