प्रयागराज: संगमनगरी में चल रहे खेल महाकुंभ में बुधवार को सातवें दिन इंटरनेशनल बॉक्सर मैरी कॉम पहुंची. इस अवसर पर युवाओं को संबोधित करते हुए मैरी कॉम ने कहा कि पेशेंस ही सफलता की सबसे बड़ी कुंजी है. बॉक्सिंग को क्रिकेट की तरह लोकप्रिय बनाना एकमात्र मेरा लक्ष्य है. यूपी की योगी सरकार ने युवाओं को खेल महाकुंभ का एक बड़ा मंच दिया है. अब युवाओं की जिम्मेदारी है कि वो प्रदेश के लिए मेडल जीत कर लाएं.
क्रीड़ा भारती करा रहा खेल महाकुंभ
दरअसल क्रीड़ा भारती और टीवाईसी की ओर से संगम की रेती पर 'खेल महाकुंभ' का आयोजन किया जा रहा है. बुधवार को इंटरनेशनल बॉक्सर मैरी कॉम भी दोबारा महाकुंभ पहुंची और आयोजन में शामिल हुईं. खेल संवाद संगम के संवाद सत्र में चर्चा करते हुए विश्व विजेता रहीं महिला बॉक्सर मैरी कॉम ने कहा, बचपन में हर खेल खेलती थी, तब मुझे बॉक्सिंग के बारे में पता ही नहीं था. अभाव में बचपन बीता, सिर्फ चावल खाकर बड़ी हुई, लेकिन खेल के प्रति जुनून जारी रहा.
महिला बॉक्सिंग को नहीं मिल पाई बड़ी पहचान
अपने कैरियर के बारे में कॉम ने कहा कि बॉक्सिंग का अभ्यास जब शुरू हुआ तो ठान लिया कि टॉप तक जाना है. युवा खिलाड़ियों से भी कहना चाहती हूं कि जो भी करो बस एक जगह फोकस करके पूरा मन लगाकर काम करो, अपने मन को मजबूत रखो, अनुशासन में रहो और जुनून जिंदा रखो, जीत तुम्हारी होगी. उन्होंने कहा, क्रिकेट की तरह बाकी खेलों को भी लोकप्रियता मिलनी चाहिए. 30 से ज्यादा देशों के खिलाड़ियों के साथ खेल कर वर्ल्ड चैंपियन बनी, उसके बाद भी महिला बॉक्सिंग को इतनी बड़ी पहचान नहीं मिल पाई, इसका मलाल है. मैरी कॉम ने आगे कहा कि शादी और बच्चे होने के बाद और बेहतर करने की सोच और मेडल की भूख की वजह से वापस और मजबूती के साथ बॉक्सिंग में आई.
गुरुवार को खेल महाकुंभ का समापन
बता दें कि खेल महाकुंभ में 70 मीटर रेंज की तीरंदाजी प्रतियोगिता में युवा खिलाड़ियों ने अपने अचूक निशाने का प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मैडल अपने नाम किया. सीनियर ब्वॉयज में मथुरा के ईशु सिंह, सीनियर गर्ल्स में शामली की राखी, जूनियर ब्वॉयज में कानपुर के हरी शुक्ला, जूनियर गर्ल्स में गाजीपुर की खुशी श्रीवास्तव ने गोल्ड मैडल अपने नाम किया. निर्णायक की भूमिका में विशाल और राजाबाबू और इंटरनेशनल कोच विश्वास मौजूद रहे. गुरुवार 13 फरवरी को प्रदेश के खेल मंत्री कार्यक्रम का समापन करेंगे.