चंदौली: स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनने वाले सामुदायिक शौचालय के निर्माण को लेकर अजीबोगरीब मामला सामने आया है. ग्राम प्रधान ने सामुदायिक शौचालय का निर्माण बिहार में तैनात प्रिंसिपल पीयूष त्रिपाठी की निजी जमीन पर करवा दिया. मामले की जानकारी के बाद चन्दौली पहुंचे पीयूष अतिक्रमण हटवाने के लिए अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर लगा रहे हैं. इसी क्रम में वह मंगलवार को एडीएम से मिले और सामुदायिक शौचालय हटवाने के लिए प्रार्थना पत्र सौंपा.
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डीएम से लगाई गुहार
यह पूरा मामला चकिया ब्लॉक के बैरी गांव का एक हैं. पीड़ित शिक्षक ने डीएम को संबोधित ज्ञापन में ग्राम प्रधान पर साजिश के तहत निजी जमीन पर सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराने का आरोप लगाया है. साथ ही कहा है कि यह निर्माण सरकारी पैसे को गलत तरीके से हड़पने और उनकी भूमि पर कब्जा करने की मंशा से किया गया है. उन्होंने इस जमीन से संबंधित पेपर दिखाते हुए इसे खुद की जमीन बताया. उन्होंने जिलाधिकारी से तत्काल शौचालय हटवाने और प्रधान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है.
अधिकारियों के लगा रहे चक्कर
इस मामले में जिलाधिकारी संजीव सिंह ने लेखपाल को तीन दिन में रिपोर्ट देने का निर्देश दिया था. एक सप्ताह बाद भी न तो कोई कार्रवाई की गई और न ही कोई आख्या प्रस्तुत की गई. इसके अलावा 2 फरवरी को जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत की गई थी. इस पर भी सिर्फ आश्वासन मिल रहा है. शिक्षक न्याय अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर हैं.