चंदौली: पूर्व सीएम अखिलेश यादव के कमान संभालने के बाद से ही सपा में बदलाव का दौर शुरू हो गया था. शीर्ष स्तर पर बड़े नेताओं को दरकिनार करने के बाद जिलों में भी इसका असर दिखना शुरू हो गया है. शनिवार को देर शाम समाजवादी पार्टी ने जिला पंचायत सदस्य पद के अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी. इसमें जिले के दिग्गज नेताओं के परिवार के लोगों का टिकट काटकर पार्टी ने बदलाव के साफ संकेत दे दिए हैं.
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पूर्व सांसद रामकिसुन यादव के भतीजे का कटा टिकट
पार्टी ने पूर्व सांसद और जिले के कद्दावर नेता रामकिशुन यादव के पुत्र संतोष यादव को नियामताबाद सेक्टर चार से टिकट दिया है. लेकिन, उनके भतीजे और पूर्व प्रमुख रह चुके मुलायम यादव का टिकट काट दिया है. मुलायम रामकिशुन यादव के छोटे भाई पूर्व प्रमुख बाबूलाल यादव के पुत्र हैं. पिछले चुनाव में दोनों को ही पार्टी ने समर्थन दिया था और दोनों ही चुनाव जीते थे.
सकलडीहा विधायक के भांजे का कटा टिकट
चंदौली सेक्टर नंबर दो से टिकट के प्रबल दावेदार और तीन बार जिला पंचायत सदस्य रह चुके अशोक त्रिपाठी छोटू का भी टिकट कट गया है. हालांकि, अशोक त्रिपाठी बागी के तौर पर चुनाव लड़ेंगे. चंदौली सेक्टर दो से ही टिकट मांग रहे निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य और सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण यादव के भांजे अरविंद यादव को भी पार्टी ने अबकी बार टिकट नहीं देने का फैसला किया है.
लोहिया वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष का कटा टिकट
सदर ब्लॉक के सेक्टर एक से टिकट की उम्मीद में बैठे लोहिया वाहिनी के जिला उपाध्यक्ष निरंजन कन्नौजिया को भी निराशा हाथ लगी है. इसके अलावा धानापुर ब्लॉक के सेक्टर नम्बर 3 से पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता और भूतपूर्व सैनिक अंजनी सिंह को टिकट नहीं मिला. ऐसे में विधानसभा चुनाव से पूर्व सेमीफ़ाइनल में ही बगावत के सुर सुनाई देने लगे हैं.