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चंदौली में रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत, राम भरोसे मरीजों का इलाज - रेमडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत

चंदौली में स्वास्थ्य विभाग के सारे दावे कोरोना प्रबंधन को मुंह चिढ़ा रहे हैं. जी हां, कोविड मरीजों के लिए जनपद में मात्र 15 वॉयल उपलब्ध हैं, जबकि गंभीर मरीजों के आंकड़े दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि वॉयल के लिए प्रशासन से डिमांड की गई है.

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कैसे होगा मरीजों का इलाज.
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Published : May 10, 2021, 10:25 AM IST

चंदौली: कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सरकार ने रेमडेसिविर के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है. साथ ही इसके कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. बावजूद इसके जिले भर में मात्र 15 वॉयल उपलब्ध हैं. स्वास्थ्य विभाग ने शासन से इंजेक्शन मुहैया कराने के लिए मांग की है.

मौत का बढ़ा आंकड़ा
जिले में कोरोना से मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. पिछले एक सप्ताह में ही 100 से ज्यादा कोरोना मरीजों की मृत्यु हुई है. यह वह आंकड़ा हैं, जो सरकारी फाइलों में दर्ज हैं. जबकि इससे इतर जनपद में हर रोज कई लोगों की मौत कोरोना से हो रही है. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिले में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध है, जबकि स्थिति इसके बिल्कुल विपरित है. कमलापति त्रिपाठी जिला अस्पताल और संयुक्त चिकित्सालय चकिया में मिलाकर 100 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं. एक मरीज को रेमडेसिविर की 5-6 वॉयल लग सकता है और जनपद में मात्र 15 वॉयल उपलब्ध हैं. वहीं दोनों अस्पतालों में कुल 15 रेमडेसिविर उपलब्ध हैं.

ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता
ऑक्सीजन की उपलब्धता की बात करें तो जिले में 300 से ज्यादा सिलेंडर उपलब्ध है. इसमें डेढ़ सौ सिलेंडर कोविड एल-2 अस्पताल चकिया में उपलब्ध हैं. इसके अलावा 45 सिलेंडर एमसीएच विंग और जिला अस्पताल में 60 ऑक्सीजन सिलेंडर, निजी कोविड-19 अस्पतालों में भी उपलब्धता बरकरार है. कोविड-19 चकिया में 25 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन उपलब्ध है. इसके अलावा 10 जिला अस्पताल और 10 एमसीएच विंग में भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनें लगाई गई हैं.

इस बाबत एडिशनल सीएमओ डॉ. डीके सिंह ने बताया कि जिले में कोविड-19 अस्पताल के दो केंद्रों पर 15 वॉयल रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध हैं. शासन को डिमांड भेजी गई. जबकि 300 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं. जिसमें फेरबदल कर ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है.

चंदौली: कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सरकार ने रेमडेसिविर के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है. साथ ही इसके कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. बावजूद इसके जिले भर में मात्र 15 वॉयल उपलब्ध हैं. स्वास्थ्य विभाग ने शासन से इंजेक्शन मुहैया कराने के लिए मांग की है.

मौत का बढ़ा आंकड़ा
जिले में कोरोना से मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. पिछले एक सप्ताह में ही 100 से ज्यादा कोरोना मरीजों की मृत्यु हुई है. यह वह आंकड़ा हैं, जो सरकारी फाइलों में दर्ज हैं. जबकि इससे इतर जनपद में हर रोज कई लोगों की मौत कोरोना से हो रही है. स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जिले में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन और रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध है, जबकि स्थिति इसके बिल्कुल विपरित है. कमलापति त्रिपाठी जिला अस्पताल और संयुक्त चिकित्सालय चकिया में मिलाकर 100 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं. एक मरीज को रेमडेसिविर की 5-6 वॉयल लग सकता है और जनपद में मात्र 15 वॉयल उपलब्ध हैं. वहीं दोनों अस्पतालों में कुल 15 रेमडेसिविर उपलब्ध हैं.

ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता
ऑक्सीजन की उपलब्धता की बात करें तो जिले में 300 से ज्यादा सिलेंडर उपलब्ध है. इसमें डेढ़ सौ सिलेंडर कोविड एल-2 अस्पताल चकिया में उपलब्ध हैं. इसके अलावा 45 सिलेंडर एमसीएच विंग और जिला अस्पताल में 60 ऑक्सीजन सिलेंडर, निजी कोविड-19 अस्पतालों में भी उपलब्धता बरकरार है. कोविड-19 चकिया में 25 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन उपलब्ध है. इसके अलावा 10 जिला अस्पताल और 10 एमसीएच विंग में भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनें लगाई गई हैं.

इस बाबत एडिशनल सीएमओ डॉ. डीके सिंह ने बताया कि जिले में कोविड-19 अस्पताल के दो केंद्रों पर 15 वॉयल रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध हैं. शासन को डिमांड भेजी गई. जबकि 300 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं. जिसमें फेरबदल कर ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है.

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