चन्दौलीः इंडियन आयल डिपो में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ. टैंकर चालकों ने काम बंद कर दिया और डिपो के गेट के सामने धरने पर बैठ गए. उन्होंने सड़क दुर्घटना में मृत टैंकर चालक का शव भी वहीं रख दिया. इस दौरान टैंकर चालकों ने टर्मिनल मैनेजर पर प्रताड़ना के आरोप लगाए. धरना प्रदर्शन के कारण डिपो का कई घंटों तक काम ठप रहा. जिला प्रशासन और इंडियन आयल अधिकारियों की ओर से मुआवजे और जांच की बात स्वीकार की गई. इसके बाद प्रदर्शन खत्म हुआ. इस प्रदर्शन में चालकों के परिजन भी मौजूद रहे. इसी डिपो से पूर्वांचल समेत नेपाल तक तेल की सप्लाई की जाती है.
मंगलवार को टैंकर चालक की हुई मौत
बलुआ थाना क्षेत्र के तिरगांव में मंगलवार को टैंकर एक्सीडेंट में एक चालक की मौत हो गई थी. मृतक का शव घर पहुंचा, तो टैंकर चालकों का गुस्सा फूट पड़ा. चालक, मृतक के परिजनों सहित शव को लेकर सीधे इंडियन आयल डिपो पहुंच गए. वहां शव रखकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया. उन्होंने मांग भी रखी. इस मामले की जानकारी पर सदर सीओ पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने जांच की मांग को मानते हुए मध्यस्थता करके मामले को शांत कराया.
पेट्रोल पंप संचालक पर मारपीट के लगाए आरोप
टैंकर चालको का आरोप है कि कुछ पेट्रोल पम्प संचालकों द्वारा टैंकर चालक के साथ बदसुलूकी और मारपीट की जाती है. इसी कारण टैंकर चालक, उन पेट्रोल पम्प संचालकों को तेल सप्लाई करने से मना करते हैं. लेकिन टर्मिनल मैनेजर के दबाव में वहाँ जाना पड़ता ही है. इससे चालकों में तनाव बना रहता है और यहीं हादसे की वजह बन रही है.
नो एंट्री खुलने के बाद तेज रफ्तार में टैंकर चलाने का दबाव
टैंकर चालकों ने नो एंट्री खुलने के बाद तेज गाड़ी चलाने के दबाव का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि नो एंट्री खुलते ही सप्लाई ऑफिसर और पेट्रोल पम्प संचालक दोनों लगातार फोन करते हैं और जल्दी ही पंप पहुंचने का दबाव बनाते हैं. इस वजह से भी टैंकर तेज चलाना पड़ता है. ये भी हादसे की वजह है. इस पूरे मामले पर सीओ सदर ने बताया कि सभी विन्दुओं पर बात कर ली गई है. पूरे मामले की जांच करके उचित कार्रवाई की जाएगी.