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चंदौली: कोरोना के बाद पोल्ट्री उद्योग पर कुदरत का कहर

उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के दिग्घी गांव में बीती रात तेज आंधी के चलते पोल्ट्री फार्म पूरी तरह बर्बाद हो गया. पोल्ट्री फार्म संचालक के अनुसार उसने कर्ज लेकर पोल्ट्री का काम शुरू किया था. जिससे कि फार्म संचालक को करीब 15 लाख का नुकसान हुआ है.

poultry form damaged by storm
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Published : May 12, 2020, 6:12 PM IST

चंदौली: वैश्विक महामारी कोरोना का कहर अभी थमा भी नहीं था, कि पोल्ट्री उद्योग पर कुदरत का कहर भी देखने को मिला. जहां बीती रात तेज आंधी और पानी के चलते दिग्घी गांव में स्थित पोल्ट्री फार्म को पूरी जमींदोज कर दिया. जिसमें दबकर हजारों बर्ड की मौत हो गई. इससे फार्म संचालक को करीब 15 लाख का नुकसान हुआ है. इस तरह बर्बादी के बाद अब पीड़ित परिवार सरकार और जिला प्रशासन से मदद की आस में टकटकी लगाए बैठा है.

पोल्ट्री उद्योग पर कुदरत का कहर.

दरअसल, बीती रात चंदौली समेत आसपास के इलाकों में आंधी-तूफान ने भारी तबाही मचाई. सदर कोतवाली क्षेत्र के दिग्घी गांव स्थित एक पोल्ट्री फॉर्म तेज हवा के झोंके के चलते बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. दीवारे धराशाही हो गईं. जिससे दबने से हजारों बर्ड की मौत हो गई. पोल्ट्री फार्म संचालक बृजलाल मौर्य की माने तो इसमें करीब 5 हजार बर्ड थे. जिसमें से ज्यादातर की दबकर मौत हो गई. यहीं नहीं पोल्ट्री फार्म से सटा उनका घर भी क्षतिग्रस्त हो गया है.

पोल्ट्री फार्म संचालक ने बताया कि कर्ज लेकर उन्होंने पोल्ट्री फार्म की शुरुआत की थी. लेकिन अब सब बर्बाद हो गया. उनका कहना था कि पहले ही कोरोना के चलते भारी नुकसान हो चुका है. ऐसे में इस आंधी तुफान ने परिवार को भुखमरी के कगार पर पहुंचा दिया है.

गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना के शुरुआती दिनों में बर्ड इंफेक्शन के चलते कोरोना फैलने की बात सामने आ रही थी. जिसके बाद पोल्ट्री उद्योग बेपटरी हो गई और भारी नुकसान का सामना करना पड़ा.

इसे भी पढ़ें-गृह मंत्रालय का राज्यों को निर्देश, मेडिकल स्टॉफ को आवाजाही में न हो परेशानी

चंदौली: वैश्विक महामारी कोरोना का कहर अभी थमा भी नहीं था, कि पोल्ट्री उद्योग पर कुदरत का कहर भी देखने को मिला. जहां बीती रात तेज आंधी और पानी के चलते दिग्घी गांव में स्थित पोल्ट्री फार्म को पूरी जमींदोज कर दिया. जिसमें दबकर हजारों बर्ड की मौत हो गई. इससे फार्म संचालक को करीब 15 लाख का नुकसान हुआ है. इस तरह बर्बादी के बाद अब पीड़ित परिवार सरकार और जिला प्रशासन से मदद की आस में टकटकी लगाए बैठा है.

पोल्ट्री उद्योग पर कुदरत का कहर.

दरअसल, बीती रात चंदौली समेत आसपास के इलाकों में आंधी-तूफान ने भारी तबाही मचाई. सदर कोतवाली क्षेत्र के दिग्घी गांव स्थित एक पोल्ट्री फॉर्म तेज हवा के झोंके के चलते बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. दीवारे धराशाही हो गईं. जिससे दबने से हजारों बर्ड की मौत हो गई. पोल्ट्री फार्म संचालक बृजलाल मौर्य की माने तो इसमें करीब 5 हजार बर्ड थे. जिसमें से ज्यादातर की दबकर मौत हो गई. यहीं नहीं पोल्ट्री फार्म से सटा उनका घर भी क्षतिग्रस्त हो गया है.

पोल्ट्री फार्म संचालक ने बताया कि कर्ज लेकर उन्होंने पोल्ट्री फार्म की शुरुआत की थी. लेकिन अब सब बर्बाद हो गया. उनका कहना था कि पहले ही कोरोना के चलते भारी नुकसान हो चुका है. ऐसे में इस आंधी तुफान ने परिवार को भुखमरी के कगार पर पहुंचा दिया है.

गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना के शुरुआती दिनों में बर्ड इंफेक्शन के चलते कोरोना फैलने की बात सामने आ रही थी. जिसके बाद पोल्ट्री उद्योग बेपटरी हो गई और भारी नुकसान का सामना करना पड़ा.

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