चंदौली: जनपद में मुगलसराय कोतवाली पुलिस और एसटीएफ की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए गोबर में छिपाकर ले जाए जा रहे गांजे की खेप बरामद की है. बरामद गांजे की अनुमानित कीमत लगभग एक करोड़ रुपये बताई जा रही है. गांजा उड़ीसा से सुल्तानपुर ले जाया जा रहा था. इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि दो वाहनों में गांजे की बड़ी कंसाइनमेंट ले जाई जा रही है. इसी के मद्देनजर मुगलसराय पुलिस और एसटीएफ की टीम कॉम्बिंग करते हुए चकिया तिराहे पर चेकिंग अभियान चला रही थी. इस दौरान पुलिस ने बोलेरो और पिकअप को संदिग्ध होने पर रोककर चेक किया. गाड़ी से पुलिस ने भारी मात्रा में गांजा बरामद किया.
गोबर के नीचे छिपाकर ले जा रहे थे गांजा
तस्करों ने पुलिस से बचने के लिए वाहनों में गोबर लगा रखा था, ताकि प्रथम दृष्टया जानवर की गाड़ी प्रतीत हो. पुलिस ने बारीकी से जांच की तो गाड़ी में लोहे की सीट पड़ी देखी. सीट हटाकर देखने पर उसके नीचे भारी मात्रा में गांजा बरामद हुआ. इसके अलावा दूसरे वाहन में भी इसी तरह से गांजे की बड़ी मात्रा बरामद हुई. पुलिस पांचों तस्करों को गिरफ्तार कर थाने ले आई. पूछताछ में तस्करों ने बताया कि गांजे की खेप उड़ीसा से झारखंड और बिहार के रास्ते सुल्तानपुर ले जाई जा रही थी. गांजा रास्ते में बीच-बीच में डिलीवर करते हुए आ रहे हैं.
बिहार, छत्तीसगढ़ और सुल्तानपुर के रहने वाले हैं तस्कर
पुलिस ने दो क्विंटल गांजा बरामद किया है, जिसकी अनुमानित कीमत एक करोड़ रुपये है. वहीं तस्करी में प्रयुक्त दो वाहन बरामद हुए हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों में मोहम्मद रफाकत और वैशाली बिहार के रहने वाले हैं. अब्दुल लतीफ दुर्ग छत्तीसगढ़ का रहने वाला है. इसके अलावा वेद प्रकाश उपाध्याय, रंजीत दुबे और रंजीत कुमार सुलतानपुर के निवासी हैं.