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भ्रष्टाचार के आरोप में सेक्रेटरी सस्पेंड, नकली स्ट्रीट लाइट लगाई - Mahendra Pratap suspended for corruption

चंदौली के केशवपुर गांव में गुणवत्ताविहिन स्ट्रीट लाइट लगवाने के आरोप में पंचायत सचिव महेंद्र प्रताप को निलंबित कर दिया है. जांच रिपोर्ट के बाद उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

पंचायत सचिव महेंद्र प्रताप
पंचायत सचिव महेंद्र प्रताप
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Published : Jul 23, 2022, 9:00 PM IST

चंदौली: जिले के पंचायतीराज अधिकारी ( डीपीआरओ ) ब्रह्मचारी दुबे ने सकलडीहा ब्लाक के केशवपुर गांव में गुणवत्ताविहिन स्ट्रीट लाइट लगवाने के आरोप में पंचायत सचिव महेंद्र प्रताप को निलंबित कर दिया है. उन्होंने पंचायत सचिव के खिलाफ विभागीय जांच के लिए अपर पंचायतीराज अधिकारी को नामित किया है, जो एक पखवारे के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे. इसके बाद सचिव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की जा सकती है.

डीपीआरओ ने बताया कि सकलडीहा ब्लाक के केशवपुर गांव में निरीक्षण के दौरान उप निदेशक पंचायतीराज एके सिंह ने पाया कि सरकारी मद से लगाई गई स्ट्रीट लाइटों की गुणवत्ता खराब थी. इसके बदले स्ट्रीट लाइट लगाने वाली फर्म कालेश्वरनाथ इंटर प्राइजेज को 1.97 लाख का भुगतान भी कर दिया गया है. जांच के दौरान पंचायत सचिव महेन्द्र प्रताप दोषी पाए गए हैं. ऐसे में उन्हें शासनादेशों का जानबूझकर उल्लंघन करने और उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना के आरोप में निलंबित किया गया है.

यह भी पढ़ें- DM के निरीक्षण में कई कर्मचारी नदारद, एक दिन का वेतन कटा

डीपीआरओ ब्रह्मचारी दुबे ने बताया कि कालेश्वरनाथ फर्म के द्वारा केशवपुर में 1.97 लाख रुपये के बदले सूर्या कंपनी के मार्का वाली स्ट्रीट लाइटें लगाई थी लेकिन जांच के दौरान पाया गया कि फर्म ने सूर्या की जगह नकली और खराब गुणवत्ता वाली लाइटों की सप्लाई दी. ऐसे में संबंधित फर्म के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए एडीओ पंचायत को निर्देश दिया गया है. निलंबन की अवधि तक पंचायत सचिव को ब्लॉक मुख्यालय से संबद्ध किया गया है.

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चंदौली: जिले के पंचायतीराज अधिकारी ( डीपीआरओ ) ब्रह्मचारी दुबे ने सकलडीहा ब्लाक के केशवपुर गांव में गुणवत्ताविहिन स्ट्रीट लाइट लगवाने के आरोप में पंचायत सचिव महेंद्र प्रताप को निलंबित कर दिया है. उन्होंने पंचायत सचिव के खिलाफ विभागीय जांच के लिए अपर पंचायतीराज अधिकारी को नामित किया है, जो एक पखवारे के अंदर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे. इसके बाद सचिव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की जा सकती है.

डीपीआरओ ने बताया कि सकलडीहा ब्लाक के केशवपुर गांव में निरीक्षण के दौरान उप निदेशक पंचायतीराज एके सिंह ने पाया कि सरकारी मद से लगाई गई स्ट्रीट लाइटों की गुणवत्ता खराब थी. इसके बदले स्ट्रीट लाइट लगाने वाली फर्म कालेश्वरनाथ इंटर प्राइजेज को 1.97 लाख का भुगतान भी कर दिया गया है. जांच के दौरान पंचायत सचिव महेन्द्र प्रताप दोषी पाए गए हैं. ऐसे में उन्हें शासनादेशों का जानबूझकर उल्लंघन करने और उच्चाधिकारियों के आदेशों की अवहेलना के आरोप में निलंबित किया गया है.

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डीपीआरओ ब्रह्मचारी दुबे ने बताया कि कालेश्वरनाथ फर्म के द्वारा केशवपुर में 1.97 लाख रुपये के बदले सूर्या कंपनी के मार्का वाली स्ट्रीट लाइटें लगाई थी लेकिन जांच के दौरान पाया गया कि फर्म ने सूर्या की जगह नकली और खराब गुणवत्ता वाली लाइटों की सप्लाई दी. ऐसे में संबंधित फर्म के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए एडीओ पंचायत को निर्देश दिया गया है. निलंबन की अवधि तक पंचायत सचिव को ब्लॉक मुख्यालय से संबद्ध किया गया है.

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