चंदौलीः जिले में पूर्व प्रधान की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. हत्या से आक्रोशित लोगों ने शुक्रवार की सुबह एनएच-2 पर जाम लगा दिया और हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे. धरना दे रहे लोगों के समर्थन में सकलडीहा विधायक समेत सपा के अन्य कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया. बाद में एडीएम व पुलिस के आलाधिकारियों के आश्वासन पर लोग मानें और जाम खोला. इस दौरान करीब 3 घण्टे तक एनएच-2 जाम रहा.
घर से बुलाकर की गई थी हत्यादरअसल, अमड़ा के पूर्व प्रधान रमेश प्रसाद को सोमवार की सुबह कोई व्यक्ति बार-बार फोन कर बुला रहा था, जिससे मिलने के लिए वो अपने घर में बिना बताए चले गए. देर शाम तक जब वो वापस नहीं आए तो घर वाले परेशान होने लगे. घर वालों ने उन्हें ढूंढने के प्रयास किया लेकिन कामयाबी हाथ नहीं लगी. मंगलवार की सुबह जब परिजनों द्वारा सदर कोतवाली में इसकी सूचना दी गई तो थाने में मौजूद पुलिस कर्मियों द्वारा बाद में आने के लिए कहा गया. इसके बाद दोपहर में परिजनों द्वारा आवेदन लेकर पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की. बाद में पूर्व प्रधान का शव पड़ा मिला.
पुलिस पर लापरवाही का आरोपआक्रोशित लोगों ने पुलिस कर्मियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि जब मंगलवार को पूर्व प्रधान के परिजनों द्वारा घटना की जानकारी दी गई, तब पुलिस द्वारा परिजनों को यह कहकर वापस भेज दिया गया कि अभी हम खाली नहीं हैं, बाद में आना. इसके बाद दोपहर में एफआईआर तो दर्ज हुई लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. बुधवार को हमलोगों ने जब इस संबंध में संबंधित अधिकारियों से बात की तब जाकर पुलिस हरकत में आई लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी.
घटना को रोका जा सकता थापूर्व प्रधान रमेश का शव बुधवार की रात सुल्तानपुर रेलवे ट्रैक मिला. परिजनों का आरोप है उनकी गोली मारकर हत्या की गई है. इसके बाद सुल्तानपुर रेलवे ट्रैक पर शव फेंक दिया गया है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अगर पुलिस हमारी पीड़ा सुनकर पहले ही सक्रियता बरतती तो शायद यह घटना नहीं होती. जल्द से जल्द हत्यारे की गिरफ्तारी की जाए.
पुलिस की लापरवाही से हुई हत्यावहीं, सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण यादव ने कहा कि पूर्व प्रधान की हत्या की गई है, जो कि पूरी तरह से पुलिस का फेल्योर है. कोतवाली पुलिस अगर चाहती तो घटना को रोक सकती थी लेकिन यहां तो गुमशुदगी लिखवाने के लिए भी धरना प्रदर्शन करना पड़ा. समय रहते कार्रवाई हुई होती तो पूर्व प्रधान की जान बच सकती थी. परिजनों की मांग का समर्थन करते हैं कि जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी हो साथ ही परिजनों को आर्थिक मदद मिले.
गिरफ्तारी के साथ ही आर्थिक मदद की मांग वहीं, सपा प्रवक्ता मनोज काका ने कहा कि एक दलित जनप्रतिनिधि की इस तरह गोली मारकर हत्या जघन्य अपराध है. लापता से होने के दिन ही मृतक के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी लेकिन बावजूद इसके पुलिस ने लापरवाही बरती और मोबाइल को सर्विलांस पर लगाकर जांच पड़ताल नहीं की गई. समय रहते पुलिस एक्टिव हो जाती तो शायद यह घटना न हुई होती. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी कोतवाल को सस्पेंड और पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की मांग करती है.
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जल्द खुलासा का दावा
इस पूरे मामले में एडिशनल एसपी दयाराम सरोज ने बताया कि 24 मई को लापता पूर्व प्रधान रमेश का शव सुल्तानपुर में मिला था. मामले की जांच के टीम गठित कर दी गई है. जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा. साथ ही लापरवाही पाए जाने पर जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.