चन्दौली: पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाला मुगलसराय रेल मंडल अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल के नाम से जाना जाएगा. लगभग डेढ़ साल पहले मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कर दिया गया था. मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदले जाने के बाद अब डीडीयू रेल मंडल के अन्य विभागों के नाम बदलने की प्रकिया तेज हो गई है.
बीजेपी सांसद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने शुरू की थी नाम बदलने की पहल
वर्ष 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार बनने के बाद स्थानीय सांसद डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदले की कवायद शुरू की थी. दरअसल भारतीय जनसंघ के संस्थापक और एकात्मवाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शव तत्कालीन मुगलसराय जंक्शन की रेलवे यार्ड में पाया गया था. इसीलिए मुगलसराय रेलवे स्टेशन की जगह पंडित दीनदयाल उपाध्याय का नाम रखे जाने की आवाज उठी थी. लगभग डेढ़ साल पहले 5 अगस्त 2018 को दिल्ली हावड़ा रेल रूट के सर्वाधिक व्यस्त रेलवे जंक्शनों में शुमार मुगलसराय जंक्शन का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन हो गया. नाम बदलने की अगली कड़ी में अब मुगलसराय रेल मंडल का भी नाम बदल दिया गया है.
'डीडीयू' के नाम से लगेगा नया साइनबोर्ड
रेल डिवीजन के अन्य विभागों से भी मुगलसराय का नाम हटाकर 'डीडीयू' के नाम पर कर दिया गया है. नाम बदलने का आदेश मिलने के बाद मंडल कार्यालय और अन्य विभागों में लगे हुए मुगलसराय नाम के साइनबोर्ड को हटाया जा रहा है और नए साइन बोर्ड लगाने को कवायद शुरू कर दी गई है. पंडित दीनदयाल उपाधयाय जंक्शन के नामकरण में रेलवे ने भारी भरकम धनराशि खर्च की थी. इस नामकरण कार्यक्रम में तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत तमाम बीजेपी के बड़े नेता शामिल हुए थे.
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