चंदौलीः सैयदराजा के पूर्व और वर्तमान विधायक में अदावत तेज होती दिख रही है. पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू ने विधायक सुशील सिंह पर जानलेवा हमले का आरोप लगाते हुए एएसपी से मिलकर शिकायत की है. पूर्व विधायक का आरोप है कि उनके काफिले पर हमला हुआ है. जिसमें उन्हीं की गाड़ी को साधकर टक्कर मारी गई.
ये है पूरा मामला
बताया जा रहा है पूर्व विधायक मनोज सिंह अपने काफिले संग गुरुवार को जौनपुर उपचुनाव में प्रचार के लिए जा रहे थे. इसी दौरान वाराणसी की तरफ से बीजेपी विधायक सुशील सिंह का काफिला गुजर रहा था. पूर्व विधायक का आरोप है कि इस बीच जैसे ही उनका वाहन बलुआ पक्का पुल के पास पहुंचा. इसी बीच सामने से सैयदराजा विधायक सुशील सिंह का काफिला आता दिखा. उनके साथ चार वाहन चल रहे थे, जिसमें उनकी लाल स्कार्पियो आगे चल रही थी, उसके पीछे वह अपने पजेरो में आगे बैठे हुए थे.
जान बूझकर मारी गई टक्कर
मनोज सिंह ने बताया कि विधायक सुशील सिंह के काफिले में शामिल एक काली स्कार्पियो ने अचानक अपनी कतार से मुड़कर उनके वाहन को लक्ष्य कर सीधा ठोकने का प्रयास किया. अचानक हुई इस घटना को देखकर उनका चालक सूझ-बूझ दिखाते हुए गाड़ी को सड़क किनारे खेत की ओर ले गया. बावजूद इसके स्कार्पियो ने उनके गाड़ी में टक्कर मार दी. इससे पजेरो क्षतिग्रस्त हो गई.
देख लेने की दी थी धमकी
पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि बीजेपी विधायक सुशील सिंह का बाहुबली और आपराधिक चरित्र एवं इतिहास रहा है. पिछले दिनों धानापुर में शहीद कुलदीप कुमार मौर्य की शहादत की लड़ाई के दौरान एसडीएम सकलडीहा प्रदीप कुमार और एएसपी प्रेमचंद के समक्ष विधायक सुशील सिंह ने उन्हें देख लेने की धमकी दी थी.
पुलिस जांच में जुटी
इस पूरे मामले पर एएसपी प्रेमचंद ने बताया की पूर्व विधायक की तरफ से शिकायती तहरीर मिली है. इसमें उन्होंने सैयदराजा विधायक पर जान से मारने की नियत से गाड़ी के काफिले पर हमले का आरोप लगाया है. इस संबंध में सीओ सकलडीहा को जांच सौंपी गई है. जांच के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी.
दोनों परिवारों में है पुरानी रंजिश
गौरतलब है कि सैयदराजा विधानसभा सीट पर वर्चस्व की लड़ाई करीब एक दशक पुरानी है. 2012 विधानसभा चुनाव में सैयदराजा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मनोज सिंह 'डब्लू' ने माफिया से माननीय बने एमएलसी बृजेश सिंह को करारी शिकस्त दी थी. इसके बाद 2017 विधानसभा चुनाव में बृजेश सिंह के भतीजे सुशील सिंह ने मनोज सिंह को पटखनी दी.
विधान परिषद सदस्य वाराणसी क्षेत्र को लेकर भी दोनों परिवार आमने सामने आ चुके हैं. इस समय दोनों परिवारों में विधानसभा सीट पर वर्चस्व को लेकर जंग जारी है. फिलहाल, ये सियासी जंग आगे आने वाले दिनों में क्या रूप लेता है. वो तो वक्त ही बताएगा, लेकिन इस सीधे टकराव ने जिले में सियासी सरगर्मी जरूर बढ़ा दी है.