चंदौली : मनराजपुर की घटना के आरोपी तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक उदय प्रताप सिंह के निलंबन के बाद डायल 112 के प्रभारी संतोष सिंह को सैयदराजा थाने का अतिरिक्त प्रभारी नियुक्त किया गया था. हालांकि सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव ने नए थाना प्रभारी और निलंबित उदय प्रताप के बीच जीजा-साले का रिश्ता होने की बात उठाई. इसके चलते मामला गर्मा गया. पुलिस अधीक्षक ने 48 घंटे के अंदर ही संतोष सिंह को थानेदारी से हटा दिया. साथ ही सदर के कोतवाल शेषधर पांडेय को सैयदराजा थाने की जिम्मेदारी सौंपी और संतोष सिंह को सदर कोतवाली की कमान दे दी है.
एसपी से मिलकर जीजा साले की कहानी बताई : मनराजपुर की घटना के बाद जिले में सियासत तेज हो गई है. विभिन्न दलों के नेता पीड़ित परिजनों से मिलने के बाद सीधे पुलिस पर ही सवाल उठा रहे हैं. सकलडीहा से विधायक प्रभुनारायण सिंह ने एसपी अंकुर अग्रवाल से मिलकर संतोष सिंह को सैयदराजा का प्रभारी बनाए जाने पर सवाल उठाया था. साथ ही जीजा साले का रिश्ता होने की भी बात बताई थी. इस पर एसपी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि उन्हें सिर्फ कानून व्यवस्था के मद्देनजर अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए शेषधर पांडेय को सैयदराजा का कोतवाल बना दिया गया है.
इसे भी पढ़े-चंदौली कांड की फॉरेंसिक रिपोर्ट में पार्शियल हैंगिंग मौत की वजह
विधायक ने उठाया था मुद्दा : सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण यादव ने युवती की मौत के मामले में निलंबित उदय प्रताप सिंह और संतोष सिंह के बीच जीजा और साले का रिश्ता होने का जिक्र किया. साथ ही रिश्तेदार के प्रभारी बनाए जाने की निष्पक्ष जांच पर भी सवाल उठाया. इसके चलते संतोष सिंह से 48 घंटे के अंदर ही थानेदार की कुर्सी छीन ली गई.
ऐसी ही जरुरी और विश्वसनीय खबरो के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप