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'SP से लेकर ADG तक सब जेब में' का दंभ नहीं आया काम, अनुशासनहीनता में RI हुए निलंबित

चंदौली के गणना परेड पर पुलिस लाइन RI रविंद्र प्रताप सिंह और अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) के बीच शुरू हुई बहस का मुद्दा अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब इस पर सियासत भी शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज काका ने एक बयान जारी कर इसकी भर्त्सना की है. उधर, इस मामले में एसपी अमित कुमार ने एक्शन लेते हुए प्रतिसार निरीक्षक (RI) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.

SP से लेकर ADG तक सभी मेरी जेब में'
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Published : Jul 28, 2021, 1:54 PM IST

Updated : Jul 28, 2021, 10:52 PM IST

चंदौली: पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार का दीमक किस कदर घर कर गया है, इसका नजारा चंदौली पुलिस लाइन में देखने को मिला है. यहां RI की दबंगई और कारगुजारियों से त्रस्त आकर अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) ने पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक तथा पुलिस महानिरीक्षक के साथ-साथ एसपी को पत्र लिखकर लाइन RI द्वारा की गई अनुशासनहीनता पर कार्रवाई की गुहार लगाई है.

उधर, इस मामले में एसपी अमित कुमार ने तत्काल एक्शन लेते हुए प्रतिसार निरीक्षक (RI) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. एएसपी सदर दयाराम सरोज की प्राथमिक जांच में प्रथम दृष्टया प्रतिसार निरीक्षक चंदौली को अनुशासन हीनता का दोषी पाया गया. इसके अलावा मामले की जांच आईजी वाराणसी एसके भगत भी कर रहे है. जो अपनी आख्या शासन को भेजेंगे. इस मामले में एडिशनल एसपी ऑपरेशन को क्लीनचिट नहीं मिली है.

सपा प्रवक्ता

बता दें कि अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल द्वारा मंगलवार की गणना परेड में पाई गई गड़बड़ियों के बाद RI से गणना में नियुक्त अधिकारी एवं कर्मचारियों का नियुक्ति का रजिस्टर मांगा गया तो पुलिस लाइन RI रविंद्र प्रताप सिंह अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार पर आग बबूला हो गए. आरोप है कि उन्हें जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए लाइन के मामले में दखल न देने तक की बात कह दी. इसका जिक्र अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल अनिल कुमार द्वारा पत्रों में लिखकर अपने उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई है.

इस संबंध में पुलिस विभाग के लोगों का कहना है कि गणना में लंबे समय से तैनात सिपाहियों एवं अधिकारियों से लाइन के RI और उनसे संबंधित बाबू द्वारा लंबी रकम लेकर उन्हें दो से तीन साल तक गणना में रखकर उनसे धन उगाही की जाती रही है.

इसकी भनक लगने पर अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल द्वारा जब नियुक्ति रजिस्टर मांगा गया तो लाइन के RI रविंद्र प्रताप सिंह आग बबूला हो गए. सारी मर्यादाएं तार-तार करते हुए अपशब्द तक कह डाले. कहा तुम्हारे जैसे लोग हमारे यहां कूड़ा उठाते है.

फिलहाल इंस्पेक्टर और एएसपी विवाद का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अब इस पर सियासत भी शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज काका ने एक बयान जारी कर इसकी भर्त्सना की है. साथ ही उन्होंने सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए योगी सरकार की पुलिस पर जातिवादी होने का आरोप लगया है.

सपा प्रवक्ता ने आरोपी दारोगा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. साथ ही इस पूरे मामले को आईपीएस एसोशियसन और डीजीपी से भी हस्तक्षेप करने की मांग की है. गणना परेड में पाई गई गड़बड़ियों से शुरु हुआ मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है, अब ऐसे में देखना होगा की इस अनुशासनहीनता पर क्या कार्रवाई होगी.

मुख्यमंत्री, अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी से की थी शिकायत, कार्रवाई की मांग

चंदौली के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में नियुक्ति रजिस्टर न बनाने को लेकर प्रतिसार निरीक्षक (RI) ने अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) को जातिसूचक गालियां दीं. ASP का आरोप है कि RI ने उन्हें जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया. कहा कि तुम कन्नौज के...हो और मैं बनारसी ठाकुर हूं. ठाकुरों की सरकार है. तुम्हारे जैसे लोग हमारे घर कूड़ा फेकते हैं.

RI की करतूत सोशल मीडिया के ट्वीटर, फेसबुक आदि प्लेटफार्मों पर वायरल हो रही है. ASP ने बुधवार को मुख्यमंत्री, अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है.

चंदौली के अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) अनिल कुमार के मुताबिक प्रतिदिन की भांति बीते 27 जुलाई को पुलिस कार्यालय चंदौली में सुबह करीब 9:45 बजे दैनिक सरकारी कार्य कर रहे थे. तभी उन्होंने बीते 20 जुलाई को किए गए पुलिस लाइन चंदौली के अर्द्धवार्षिक निरीक्षण के संबंध में मंजूर आलम को गणना कार्यालय पुलिस लाइन चंदौली भेजकर यहां नियुक्त विभिन्न संभागों के अधिकारी व कर्मचारीगण का नियुक्ति रजिस्टर मांगा.

वहां मंजूर को रजिस्टर नहीं दिया गया बल्कि मंजूर के साथ गणना मेजर मुमताज अहमद आए और साथ में गणना रजिस्टर ले आए. मगर, मुमताज नियुक्ति रजिस्टर लेकर नहीं आए. जब गणना मेजर मुमताज अहमद से नियुक्ति रजिस्टर के बारे में पूछा गया तो बताया कि नियुक्ति रजिस्टर नहीं बना है. साथ ही गणना मेजर मुमताज अहमद ने कहा कि प्रतिसार निरीक्षक, पुलिस लाइन चंदौली द्वारा अपने मन से अधिकारी व कर्मचारियों को नियुक्त किया और हटाया जाता है. मुमताज पुलिस लाइन चला गया.

RI ने धमकाया और दीं गालियां

ASP की मानें तो तभी अचानक प्रतिसार निरीक्षक (RI) पुलिस लाइन चंदौली उनके कार्यालय आ धमके. आते ही बरस पड़े. सभी अधिकारी व कर्मचारियों के सामने आरआई ने नियुक्ति रजिस्टर न बनाने को लेकर जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया. कहा कि कन्नौज के... हो और मैं बनारसी ठाकुर हूं. ठाकुरों की सरकार है. तुम्हारे जैसे लोग हमारे घर कूड़ा फेकते हैं. SP. IG, DIG, ADG मेरे जेब में रहते हैं. RI हूं. मैं ही सारी खरीदारी करता हूं और SP, ASP Line, CO Line हमारे करिन्दे होते हैं. जो चाहूं, वही रजिस्टर दिखाता हूं. जो नहीं चाहता, उसे नहीं दिखाता. वह यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि नियुक्त अधिकारी व कर्मचारीगण के रजिस्टर के बारे में पूछने वाले तुम कौन हो? SP, IG, DIG, ADG पूछेंगे तो बताऊंगा.

RI और ASP मामले में जांच के बाद होगी कार्रवाई - आईजी

वहीं, मामला तूल पकड़ता देख इस पूरे मामले की जांच के लिए आईजी वाराणसी एस.के भगत खुद चंदौली पहुंचे. करीब एक घंटे की मैराथन बैठक की. इस दौरान आरआई और एडिशनल एसपी को तलब किया गया. दोनों ने ही एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए.

RI और ASP मामले में जांच के बाद होगी कार्रवाई - आईजी

इसके अलावा मौके पर मौजूद रहे सभी पुलिस कर्मियों से पूछताछ कर बयान दर्ज किया गया. हालांकि कार्रवाई की बात को सीधे तौर पर टाल दिया गया. आईजी ने कहा कि अभी जांच पूरी नहीं हो पाई है. जांच पूरी होते ही एक जांच आख्या शासन को भेजी जाएगी. इसके बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी.

हालांकि देर शाम तक RI और ASP मामले पर एसपी अमित कुमार ने एक्शन ले लिया. उन्होंने प्रतिसार निरीक्षक (RI) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. उन्हें अनुशासनहीनता का दोषी पाया गया. एएसपी सदर दयाराम सरोज की प्राथमिक जांच में प्रथम दृष्टया प्रतिसार निरीक्षक चंदौली को अनुशासन हीनता का दोषी पाया गया.

इसके अलावा मामले की जांच आईजी वाराणसी एसके भगत भी कर रहे है जो अपनी आख्या शासन को भेजेंगे. इस पूरे मामले में एडिशनल एसपी ऑपरेशन को क्लीनचिट नहीं मिली है.

चंदौली: पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार का दीमक किस कदर घर कर गया है, इसका नजारा चंदौली पुलिस लाइन में देखने को मिला है. यहां RI की दबंगई और कारगुजारियों से त्रस्त आकर अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) ने पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक तथा पुलिस महानिरीक्षक के साथ-साथ एसपी को पत्र लिखकर लाइन RI द्वारा की गई अनुशासनहीनता पर कार्रवाई की गुहार लगाई है.

उधर, इस मामले में एसपी अमित कुमार ने तत्काल एक्शन लेते हुए प्रतिसार निरीक्षक (RI) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. एएसपी सदर दयाराम सरोज की प्राथमिक जांच में प्रथम दृष्टया प्रतिसार निरीक्षक चंदौली को अनुशासन हीनता का दोषी पाया गया. इसके अलावा मामले की जांच आईजी वाराणसी एसके भगत भी कर रहे है. जो अपनी आख्या शासन को भेजेंगे. इस मामले में एडिशनल एसपी ऑपरेशन को क्लीनचिट नहीं मिली है.

सपा प्रवक्ता

बता दें कि अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल द्वारा मंगलवार की गणना परेड में पाई गई गड़बड़ियों के बाद RI से गणना में नियुक्त अधिकारी एवं कर्मचारियों का नियुक्ति का रजिस्टर मांगा गया तो पुलिस लाइन RI रविंद्र प्रताप सिंह अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार पर आग बबूला हो गए. आरोप है कि उन्हें जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए लाइन के मामले में दखल न देने तक की बात कह दी. इसका जिक्र अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल अनिल कुमार द्वारा पत्रों में लिखकर अपने उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई है.

इस संबंध में पुलिस विभाग के लोगों का कहना है कि गणना में लंबे समय से तैनात सिपाहियों एवं अधिकारियों से लाइन के RI और उनसे संबंधित बाबू द्वारा लंबी रकम लेकर उन्हें दो से तीन साल तक गणना में रखकर उनसे धन उगाही की जाती रही है.

इसकी भनक लगने पर अपर पुलिस अधीक्षक नक्सल द्वारा जब नियुक्ति रजिस्टर मांगा गया तो लाइन के RI रविंद्र प्रताप सिंह आग बबूला हो गए. सारी मर्यादाएं तार-तार करते हुए अपशब्द तक कह डाले. कहा तुम्हारे जैसे लोग हमारे यहां कूड़ा उठाते है.

फिलहाल इंस्पेक्टर और एएसपी विवाद का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अब इस पर सियासत भी शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज काका ने एक बयान जारी कर इसकी भर्त्सना की है. साथ ही उन्होंने सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए योगी सरकार की पुलिस पर जातिवादी होने का आरोप लगया है.

सपा प्रवक्ता ने आरोपी दारोगा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. साथ ही इस पूरे मामले को आईपीएस एसोशियसन और डीजीपी से भी हस्तक्षेप करने की मांग की है. गणना परेड में पाई गई गड़बड़ियों से शुरु हुआ मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है, अब ऐसे में देखना होगा की इस अनुशासनहीनता पर क्या कार्रवाई होगी.

मुख्यमंत्री, अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी से की थी शिकायत, कार्रवाई की मांग

चंदौली के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में नियुक्ति रजिस्टर न बनाने को लेकर प्रतिसार निरीक्षक (RI) ने अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) को जातिसूचक गालियां दीं. ASP का आरोप है कि RI ने उन्हें जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया. कहा कि तुम कन्नौज के...हो और मैं बनारसी ठाकुर हूं. ठाकुरों की सरकार है. तुम्हारे जैसे लोग हमारे घर कूड़ा फेकते हैं.

RI की करतूत सोशल मीडिया के ट्वीटर, फेसबुक आदि प्लेटफार्मों पर वायरल हो रही है. ASP ने बुधवार को मुख्यमंत्री, अपर मुख्य सचिव गृह और डीजीपी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है.

चंदौली के अपर पुलिस अधीक्षक (ऑपरेशन) अनिल कुमार के मुताबिक प्रतिदिन की भांति बीते 27 जुलाई को पुलिस कार्यालय चंदौली में सुबह करीब 9:45 बजे दैनिक सरकारी कार्य कर रहे थे. तभी उन्होंने बीते 20 जुलाई को किए गए पुलिस लाइन चंदौली के अर्द्धवार्षिक निरीक्षण के संबंध में मंजूर आलम को गणना कार्यालय पुलिस लाइन चंदौली भेजकर यहां नियुक्त विभिन्न संभागों के अधिकारी व कर्मचारीगण का नियुक्ति रजिस्टर मांगा.

वहां मंजूर को रजिस्टर नहीं दिया गया बल्कि मंजूर के साथ गणना मेजर मुमताज अहमद आए और साथ में गणना रजिस्टर ले आए. मगर, मुमताज नियुक्ति रजिस्टर लेकर नहीं आए. जब गणना मेजर मुमताज अहमद से नियुक्ति रजिस्टर के बारे में पूछा गया तो बताया कि नियुक्ति रजिस्टर नहीं बना है. साथ ही गणना मेजर मुमताज अहमद ने कहा कि प्रतिसार निरीक्षक, पुलिस लाइन चंदौली द्वारा अपने मन से अधिकारी व कर्मचारियों को नियुक्त किया और हटाया जाता है. मुमताज पुलिस लाइन चला गया.

RI ने धमकाया और दीं गालियां

ASP की मानें तो तभी अचानक प्रतिसार निरीक्षक (RI) पुलिस लाइन चंदौली उनके कार्यालय आ धमके. आते ही बरस पड़े. सभी अधिकारी व कर्मचारियों के सामने आरआई ने नियुक्ति रजिस्टर न बनाने को लेकर जाति सूचक शब्दों से अपमानित किया. कहा कि कन्नौज के... हो और मैं बनारसी ठाकुर हूं. ठाकुरों की सरकार है. तुम्हारे जैसे लोग हमारे घर कूड़ा फेकते हैं. SP. IG, DIG, ADG मेरे जेब में रहते हैं. RI हूं. मैं ही सारी खरीदारी करता हूं और SP, ASP Line, CO Line हमारे करिन्दे होते हैं. जो चाहूं, वही रजिस्टर दिखाता हूं. जो नहीं चाहता, उसे नहीं दिखाता. वह यहीं नहीं रुके. उन्होंने कहा कि नियुक्त अधिकारी व कर्मचारीगण के रजिस्टर के बारे में पूछने वाले तुम कौन हो? SP, IG, DIG, ADG पूछेंगे तो बताऊंगा.

RI और ASP मामले में जांच के बाद होगी कार्रवाई - आईजी

वहीं, मामला तूल पकड़ता देख इस पूरे मामले की जांच के लिए आईजी वाराणसी एस.के भगत खुद चंदौली पहुंचे. करीब एक घंटे की मैराथन बैठक की. इस दौरान आरआई और एडिशनल एसपी को तलब किया गया. दोनों ने ही एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए.

RI और ASP मामले में जांच के बाद होगी कार्रवाई - आईजी

इसके अलावा मौके पर मौजूद रहे सभी पुलिस कर्मियों से पूछताछ कर बयान दर्ज किया गया. हालांकि कार्रवाई की बात को सीधे तौर पर टाल दिया गया. आईजी ने कहा कि अभी जांच पूरी नहीं हो पाई है. जांच पूरी होते ही एक जांच आख्या शासन को भेजी जाएगी. इसके बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी.

हालांकि देर शाम तक RI और ASP मामले पर एसपी अमित कुमार ने एक्शन ले लिया. उन्होंने प्रतिसार निरीक्षक (RI) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. उन्हें अनुशासनहीनता का दोषी पाया गया. एएसपी सदर दयाराम सरोज की प्राथमिक जांच में प्रथम दृष्टया प्रतिसार निरीक्षक चंदौली को अनुशासन हीनता का दोषी पाया गया.

इसके अलावा मामले की जांच आईजी वाराणसी एसके भगत भी कर रहे है जो अपनी आख्या शासन को भेजेंगे. इस पूरे मामले में एडिशनल एसपी ऑपरेशन को क्लीनचिट नहीं मिली है.

Last Updated : Jul 28, 2021, 10:52 PM IST
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