ETV Bharat / state

चंदौलीः हवाई जहाज से भी महंगा होगा बुलेट ट्रेन का सफर, जानें कैसे - भारत में बुलेट ट्रेन

भारत में मोदी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन के बारे में चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. चंदौली के एक वकील ने रेल मंत्रालय में आरटीआई डाल बुलेट ट्रेन के बारे में जानकारी मांगी थी.

बुलेट ट्रेन.
author img

By

Published : Aug 6, 2019, 7:51 AM IST

चन्दौलीः पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक बुलेट ट्रेन को भारत में चलाने का सपना है. इस ट्रेन के चलने पर भी इसमें सफर करना आम नागरिकों के बस की बात नहीं है, क्योंकि इसका किराया भारतीय रेल के प्रथम एसी का डेढ़ गुना होना अनुमानित है. इसका खुलासा आरटीआई के जरिए रेल मंत्रालय से मांगी गई जानकारी में हुआ.

आरटीआई में हुआ बुलेट ट्रेन के किराये का खुलासा.

इन छह बिंदुओं पर मांगी थी जानकारी

  • बुलेट ट्रेन भारत में कहां से कहां तक चलाई जाएगी.
  • इसके लिए अब तक कितनी धनराशि प्राप्त हुई है और कितनी खर्च हुई है.
  • बुलेट ट्रेन की लाइनों को बिछाने का खर्च प्रति किलोमीटर कितना अनुमानित है.
  • इस ट्रेन की रेल लाइन और परिचालन के लिए किस देश की कंपनी से समझौता हुआ है.
  • भारत में कब तक बुलेट ट्रेन चलने का अनुमान है.
  • इस ट्रेन का प्रथम चरण में प्रति व्यक्ति यात्रा टिकट कितने रुपये होना अनुमानित है.

नेशनल हाईस्पीड रेल कॉर्पोरेशन का जवाब

  • बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच में चलना प्रस्तावित है.
  • इसके लिए अब तक 4655 करोड़ रुपये की धनराशि मिली है.
  • इसमें से लगभग 2899 करोड़ खर्च भी हो चुके हैं.
  • यह रुपये जमीन अधिग्रहण में तथा यूटिलिटी शिफ्टिंग में खर्च किए गए हैं.
  • जॉइंट फिसीबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार परियोजना को 2023 के अंत तक चालू किया जाना है.

परिचालन के लिए किसी कंपनी के साथ नहीं हुआ है समझौता

बुलेट ट्रेन की रेल लाइनों के बिछाने के खर्च पर रेल विभाग ने यह भी बताया कि खर्च का ब्योरा निविदा तय करने के उपरांत ही दिया जा सकता है. साथ ही अभी तक देश की किसी भी कंपनी के साथ परिचालन के लिए कोई समझौता नहीं हुआ है. भारत में प्रस्तावित बुलेट ट्रेन जापान की सिंकांसेन तकनीकी पर आधारित है. बुलेट ट्रेन और उसकी रेल लाइन परिचालन आदि में प्रथम चरण में कुल 108000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.

वहीं सबसे महत्वपूर्ण और चौकाने वाला खुलासा बुलेट ट्रेन के प्रति व्यक्ति किराये को लेकर हुआ. आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार प्रति व्यक्ति यात्रा टिकट भारतीय रेल के प्रथम एसी का डेढ़ गुना होना अनुमानित है. भारतीय रेल में एसी प्रथम श्रेणी का किराया ही लगभग हवाई जहाज के बराबर होता है. ऐसे में उसका डेढ़ गुना किराया होना हवाई जहाज के सफर से भी महंगा होगा. इससे बुलेट ट्रेन में आम नागरिकों का सफर करना आसान नहीं होगा.

चन्दौलीः पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक बुलेट ट्रेन को भारत में चलाने का सपना है. इस ट्रेन के चलने पर भी इसमें सफर करना आम नागरिकों के बस की बात नहीं है, क्योंकि इसका किराया भारतीय रेल के प्रथम एसी का डेढ़ गुना होना अनुमानित है. इसका खुलासा आरटीआई के जरिए रेल मंत्रालय से मांगी गई जानकारी में हुआ.

आरटीआई में हुआ बुलेट ट्रेन के किराये का खुलासा.

इन छह बिंदुओं पर मांगी थी जानकारी

  • बुलेट ट्रेन भारत में कहां से कहां तक चलाई जाएगी.
  • इसके लिए अब तक कितनी धनराशि प्राप्त हुई है और कितनी खर्च हुई है.
  • बुलेट ट्रेन की लाइनों को बिछाने का खर्च प्रति किलोमीटर कितना अनुमानित है.
  • इस ट्रेन की रेल लाइन और परिचालन के लिए किस देश की कंपनी से समझौता हुआ है.
  • भारत में कब तक बुलेट ट्रेन चलने का अनुमान है.
  • इस ट्रेन का प्रथम चरण में प्रति व्यक्ति यात्रा टिकट कितने रुपये होना अनुमानित है.

नेशनल हाईस्पीड रेल कॉर्पोरेशन का जवाब

  • बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच में चलना प्रस्तावित है.
  • इसके लिए अब तक 4655 करोड़ रुपये की धनराशि मिली है.
  • इसमें से लगभग 2899 करोड़ खर्च भी हो चुके हैं.
  • यह रुपये जमीन अधिग्रहण में तथा यूटिलिटी शिफ्टिंग में खर्च किए गए हैं.
  • जॉइंट फिसीबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार परियोजना को 2023 के अंत तक चालू किया जाना है.

परिचालन के लिए किसी कंपनी के साथ नहीं हुआ है समझौता

बुलेट ट्रेन की रेल लाइनों के बिछाने के खर्च पर रेल विभाग ने यह भी बताया कि खर्च का ब्योरा निविदा तय करने के उपरांत ही दिया जा सकता है. साथ ही अभी तक देश की किसी भी कंपनी के साथ परिचालन के लिए कोई समझौता नहीं हुआ है. भारत में प्रस्तावित बुलेट ट्रेन जापान की सिंकांसेन तकनीकी पर आधारित है. बुलेट ट्रेन और उसकी रेल लाइन परिचालन आदि में प्रथम चरण में कुल 108000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.

वहीं सबसे महत्वपूर्ण और चौकाने वाला खुलासा बुलेट ट्रेन के प्रति व्यक्ति किराये को लेकर हुआ. आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार प्रति व्यक्ति यात्रा टिकट भारतीय रेल के प्रथम एसी का डेढ़ गुना होना अनुमानित है. भारतीय रेल में एसी प्रथम श्रेणी का किराया ही लगभग हवाई जहाज के बराबर होता है. ऐसे में उसका डेढ़ गुना किराया होना हवाई जहाज के सफर से भी महंगा होगा. इससे बुलेट ट्रेन में आम नागरिकों का सफर करना आसान नहीं होगा.

Intro:चन्दौली - पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक बुलेट ट्रेन को भारत में चलाने का सपना भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देखा है. लेकिन उस पर चलना भारत के आम आदमी के बस की बात नहीं है. क्योंकि उसका किराया भारतीय रेल के प्रथम एसी का डेढ़ गुना होना अनुमानित है. यह खुलासा आरटीआई एक्टिविस्ट संतोष कुमार पाठक द्वारा रेल मंत्रालय से मांगी गई जानकारी में मिली. संतोष पाठक ने पिछले दिनों रेल मंत्रालय से भारत में चलने वाली बुलेट ट्रेन के संबंधित छह बिंदुओं पर सूचना मांगी थी. जिसमें कई चौकाने वाले खुलासे सामने आए.

Body:नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन से इन छः बिंदुओं पर पर मांगी थी जानकारी

बुलेट ट्रेन भारत में किस स्थान से किस स्थान पर चलाई जाएगी ?

इसके लिए अब तक कितनी धनराशि प्राप्त हुई है और कितनी खर्च हुई है?

बुलेट ट्रेन की लाइनों को बिछाने का खर्च प्रति किलोमीटर कितना अनुमानित है ?

बुलेट ट्रेन के रेल लाइन व परिचालन हेतु किस देश की कंपनी से समझौता हुआ है?

बुलेट ट्रेन व उसके रेल लाइन परिचालन आदि में प्रथम चरण में कितनी धनराशि खर्च होगी ?

भारत में कब तक बुलेट ट्रेन चलने का अनुमान है?

बुलेट ट्रेन का प्रथम चरण में प्रति व्यक्ति यात्रा टिकट कितने रुपए होना अनुमानित है ?

आरटीआई के तहत नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन का जवाब..

बुलेट ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के बीच में चलना प्रस्तावित है

इसके लिए अब तक 4655 करोड़ रूपये की धनराशि मिली है.

इसमें से लगभग 2899 करोड़ खर्च भी हो चुके हैं.

यह रूपये जमीन अधिग्रहण में तथा यूटिलिटी शिफ्टिंग में खर्च किए गए हैं.

बुलेट ट्रेन की रेल लाईनों के बिछाने के खर्च पर उन्होंने यह भी बताया कि खर्च का व्यौरा निविदा तय करने के उपरांत ही दिया जा सकता है।



उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक किसी भी देश की कंपनी के साथ परिचालन हेतु कोई समझौता नहीं हुआ है

बुलेट ट्रेन जापान की सिंकांसेन तकनीकी पर आधारित है.

बुलेट ट्रेन व उसकी रेल लाइन परिचालन आदि में प्रथम चरण में कुल 108000 करोड रुपए खर्च होने का अनुमान है.

बुलेट ट्रेन परियोजना कार्यान्वयन के अधीन है.

जॉइंट फिसीबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार परियोजना को 2023 के अंत तक चालू किया जाना है.

वहीं सबसे महत्वपूर्ण और चौंकाने वाला खुलासा बुलेट ट्रेन के प्रति व्यक्ति किराये को लेकर हुआ.मिली जानकारी के अनुसार प्रति व्यक्ति यात्रा टिकट भारतीय रेल के प्रथम एसी का डेढ़ गुना होना अनुमानित है. भारतीय रेल में एसी प्रथम श्रेणी का किराया ही लगभग हवाई जहाज के बराबर होता है. ऐसे में उसका डेढ़ गुना किराया होना हवाई जहाज के सफर से भी महंगा होगा. जिसमें सफर करना आसान नहीं होगा.

आरटीआई एक्टिविस्ट संतोष पाठक ने इस प्रोजेक्ट के औचित्य पर भी सवाल खड़े किए.

ऐसे प्रोजेक्ट से देश की शान ओ शौकत तो जरूर लेकिन आम लोगों के लिए सफर करना संभव नहीं होगा

जब हवाई जहाज के किराए से महंगा होगा तो इसमें लोग सफर क्यों करेंगे ?

आरटीआई खुलासे की माने तो रेलवे में एक लाख करोड़ से ज्यादा खर्च करने के बावजूद आम जनमानस कोई लाभ नहीं मिलेगा.

ऐसे में यह परियोजना देश की बड़ी आबादी के लिए औचित्य पर भी सवाल खड़े हो रहे है...

बाइट - एड. संतोष कुमार पाठक (आरटीआई एक्टिविस्ट)Conclusion:बुलेट ट्रेन में यात्रा का सपना संजोए आम लोगों के लिए बड़ा झटका है. क्योंकि हाई स्पीड बुलेट ट्रेन का किराया हवाई जहाज के किराए से भी ज्यादा होगा.

कमलेश गिरी
चन्दौली
9452845730
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.