चंदौली: आरपीएफ और रेलवे क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है. टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए सीनियर सिटीजन के कोटे पर जनरल टिकट बनाने वाले गिरोह का खुलासा किया है. इस मामले में सीएचसी संचालक को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के पास से एक लाख रुपये की कीमत के 98 ई-टिकट, 18 फर्जी आईडी और अन्य उपकरण बरामद हुए हैं. फिलहाल रेलवे पुलिस आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज जांच में जुटी है.
- सीनियर सिटीजन के कोटे पर जनरल टिकट बनाने वाले गिरोह का हुआ खुलासा
- आरपीएफ और रेलवे क्राइम ब्रांच को बड़ी मिली सफलता
- एक लाख रुपये की कीमत के 98 ई-टिकट भी हुए बरामद
- आरोपी पर रेलवे एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर किया गया गिरफ्तार
दरअसल वैश्विक महामारी कोरोना काल में रेलवे की तरफ से सिर्फ स्पेशल ट्रेनों का ही परिचालन किया जा रहा है. इससे टिकटों की किल्लत देखने को मिल रही है. लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने आपदा को अवसर में बदल दिया और मुनाफे के लिए कूटरचित टिकट बुकिंग करने लगे. उम्र में हेराफेरी कर आरोपी रेलवे की वेबसाइट से सीनियर सिटीजन के कोटे पर जनरल टिकट बनाता था.
बता दें कि पिछले कई दिनों से रेलवे को इस संबंध में शिकायत मिल रही थी. इसी क्रम में डीडीयू प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार ने धानापुर स्थित एक जन सेवा केंद्र की दुकान में छापेमारी की. यहां से फर्जी टिकट बनाने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. पुलिस ने उसकी दुकान से 98 ई टिकट और 18 फर्जी आईडी भी बरामद किए हैं. बरामद हुई टिकटों की कुल कीमत 1 लाख रुपये बताई जा रही है.
इस संबंध में आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार ने बताया कि चंदौली के धानापुर स्थित जन सेवा केंद्र पर छापेमारी की गई. इसमें श्री प्रकाश वर्मा को गिरफ्तार किया गया है. इसके पास से भारी मात्रा में टिकट, लैपटॉप, मोबाइल बरामद किए गए हैं. फिलहाल रेलवे एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.