चंदौलीः जिले के बलुआ थाना इलाके में गुरुवार को फर्जी सीएमओ बनकर निजी अस्पतालों से रजिस्ट्रेशन जांच के नाम पर वसूली किये जाने का मामला संज्ञान में आया. शक होने पर लोगों ने जब स्वास्थ्य विभाग से सम्पर्क साधा तब मामला की सारी सच्चाई सामने आ गई. सीएमओ ने इस तरह की किसी जांच से इनकार करते हुए जांच की बात कही है.
रजिस्ट्रेशन की कर रहा था पड़ताल
दरअसल बलुआ थाना क्षेत्र के चहनियां कस्बा, मजिदहा, मारूफपुर, रामगढ़, दरियापुर, महुआरी, टाण्डाकला सहित अन्य जगहों पर जालसाजों की टीम पहुंचकर अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन की पड़ताल करने लगी. इस दौरान वे निजी अस्पताल जो रजिस्टर्ड नहीं थे. उनसे डरा धमकाकर कार्रवाई की बात कहते थे. जिसके बाद फर्जी सीएमओ के साथ अन्य लोगों में से एक मैनेज करवाने के नाम मोटी रकम वसूल रहा था. हालांकि जिन अस्पतालों के रजिस्ट्रेशन वैद्य मिला. वहां से यह जालसाज दबे पांव खिसक लेते थे.
कई हॉस्पिटल संचालकों को लगाया चुना
गिरोह ये हथकंड़ा एक-दो अस्पतालों में नहीं बल्कि इलाके के करीब 12 अस्पतालों पर अपना चुका है. धीरे धीरे बात सभी अस्पताल संचालक तक पहुंच गई है. शक होने पर अस्पताल संचालकों ने खुद सीएमओ से संपर्क साधा तो सीएमओ विजयपति ने ऐसे किसी भी जांच से साफ इंकार कर दिया. लेकिन तब तक वे जालसाज इनकी पकड़ से दूर जा चुके थे.
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उत्तर प्रदेश सरकार लिखी बोलेरो से कर रहे वसूली
बताया जा रहा है कि 6 लोगों की इनकी टीम है. जो बोलेरो गाड़ी के (यूपी 67 पी 3443) में सवार होकर अवैध वसूली करते हैं. जालसाजों ने दिनभर में 12 अस्पतालों को निशाना बनाया. कई हॉस्पिटल संचालको को चुना लगाने के बाद फरार हो गया.
जांच में जुटा स्वास्थ्य विभाग
इस बाबत सीएमओ चन्दौली डॉ. विजयपति द्विवेदी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग या उनकी कोई भी टीम जांच के लिए नहीं गई है. कोई जालसाज होगा जो अवैध वसूली के लिए इस तरह का हथकंडा अपना रहा है. फिलहाल गाड़ी नम्बर के आधार पर उसकी पहचान जुटाने का प्रयास किया जा रहा है. विभागीय जांच में मामला स्पष्ट हो जाएगा.