चंदौली: नई दिल्ली से सियालदह जा रही 02314 डाउन सियालदह राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन से सोमवार की देर रात कानपुर की एटीएस टीम ने चार संदिग्धों को हिरासत में लिया. सभी को चंदौली के पीडीडीयू जंक्शन पर पहुंचते ही हिरासत में ले लिया गया. सभी संदिग्ध ट्रेन के बी 1 कोच में बैठे थे. वहीं, पकड़े गए संदिग्धों ने नई दिल्ली से सियालदह तक का टिकट कराया था.
बता दें कि इन संदिग्धों ने ई-टिकट के जरिए ट्रेन का टिकट कराया था. एटीएस की टीम चारों संदिग्धों का कानपुर से पीछा कर रही थी, जिन्हें आखिरकार चंदौली जिले के पीडीडीयू जंक्शन पर ट्रेन के रूकने पर दबोचा गया. इसके बाद टीम सभी को सड़क मार्ग से होते हुए कानपुर के लिए निकल गई.
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बता दें कि सभी संदिग्ध दिल्ली से सियालदह जा रहे थे, जो B-1 कोच के सीट संख्या 25, 26,27 व 28 पर बैठे थे. पकड़े गए संदिग्धों के नाम बापी राज, पिन्टू राज, मिथुन मंडल और रोनी पॉल है. जिनका नई दिल्ली से सियालदह तक का टिकट बना था. सभी टिकट ईं-टिकट के जरिए कराए गए थे. सभी बंगाल के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
बता दें कि देश की धड़कन कही जाने वाली राजधानी इन दिनों तस्करी का मुफीद माध्यम बन गई है. दिल्ली-हावड़ा रेल रुट सोना, जाली नोट, प्रतिबंधित जीव के अलावा शराब तस्करी का ट्रांजिट जोन बन गया है. इसके अलावा नशीले पदार्थ व हथियारों की तस्करी के कई मामले भी सामने आ चुके हैं.
हालांकि एटीएस ने इन्हें क्यों डिटेन किया है. यह तो अभी साफ नहीं हो सका है. लेकिन निश्चित तौर पर ये बड़ा मामला है. एटीएस की टीम इसका जल्द ही खुलासा कर सकती है.
आपको यह भी बता दे कि पिछले दिनों एटीएस की टीम ने कुछ आतंकियों को कानपुर से ही पकड़ा था. जिनकी निशानदेही पर टीम ने लखनऊ से कुछ संदिग्धों को दबोचा था. पकड़े गए लोग लखनऊ समेत अन्य स्थानों पर बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में थे. ऐसे में ट्रेन में हुई इस कार्रवाई को भी उसी से जोड़ कर देखा जा रहा है.