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पंचतत्व में विलीन हुए फौजी हरिद्वार यादव

चंदौली जिले के हसनपुर गांव निवासी फौजी हवलदार हरिद्वार यादव का देर शाम अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान गांव समेत पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई.

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Published : Aug 21, 2021, 10:58 PM IST

चंदौलीः हिमांचल सीमा की सुरक्षा में मुस्तैद क्षेत्र के हसनपुर गांव निवासी फौजी हवलदार हरिद्वार यादव (45) मौत हो गई थी. फौजी का शव शनिवार की शाम को सैनिकों द्वारा पैतृक गांव हसनपुर लेकर पहुंचे. इस दौरान गांव समेत पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई. शव पहुंचते ही क्षेत्र के हजारों लोग उनके घर पहुंच शोक प्रकट किए. पत्नी लीलावती यादव तथा पुत्र गौरव 20 वर्ष, पुत्री तमन्ना 17 वर्ष तथा कृष्णा 14 वर्ष का शव देकते ही दहाड़ मारकर रोने लगे. फौजी की किस प्रकार मौत हुई अभी स्पष्ट नही हो पाया है. हिमांचल से आये साथी फौजी बस इतना बता पाए कि मृत हरिद्वार यादव गोली या किसी धारदार हथियार से नहीं मरे.

बताया जा रहा है कि हरिद्वार वह अपने क्वार्टर में मृत अवस्था में मिले. मृतक हरिद्वार यादव के छोटे भाई राजेश यादव इस समय हसनपुर गांव के वर्तमान में प्रधान के पद पर आसीन है. प्रधान भाई ने बताया कि जून माह में आर्मी से छुट्टी मिलने पर घर आये थे. पुनः जून के अंतिम सप्ताह में ड्यूटी पर चले गए. तभी से वहां देश की सुरक्षा कर रहे थे. मृत फौजी हरिद्वार यादव का बलुआ गंगा घाट पर अंतिम संस्कार हुआ. इस दौरान पुलिस फोर्स व भारी संख्या में स्थानीय ग्रामीण व मृत फौजी के परिजन मौजूद रहे. बता दें कि हसनपुर निवासी कल्पनाथ यादव के बड़े पुत्र हरिद्वार यादव सन 1995 में सेना में भर्ती हुए थे.

चंदौलीः हिमांचल सीमा की सुरक्षा में मुस्तैद क्षेत्र के हसनपुर गांव निवासी फौजी हवलदार हरिद्वार यादव (45) मौत हो गई थी. फौजी का शव शनिवार की शाम को सैनिकों द्वारा पैतृक गांव हसनपुर लेकर पहुंचे. इस दौरान गांव समेत पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई. शव पहुंचते ही क्षेत्र के हजारों लोग उनके घर पहुंच शोक प्रकट किए. पत्नी लीलावती यादव तथा पुत्र गौरव 20 वर्ष, पुत्री तमन्ना 17 वर्ष तथा कृष्णा 14 वर्ष का शव देकते ही दहाड़ मारकर रोने लगे. फौजी की किस प्रकार मौत हुई अभी स्पष्ट नही हो पाया है. हिमांचल से आये साथी फौजी बस इतना बता पाए कि मृत हरिद्वार यादव गोली या किसी धारदार हथियार से नहीं मरे.

बताया जा रहा है कि हरिद्वार वह अपने क्वार्टर में मृत अवस्था में मिले. मृतक हरिद्वार यादव के छोटे भाई राजेश यादव इस समय हसनपुर गांव के वर्तमान में प्रधान के पद पर आसीन है. प्रधान भाई ने बताया कि जून माह में आर्मी से छुट्टी मिलने पर घर आये थे. पुनः जून के अंतिम सप्ताह में ड्यूटी पर चले गए. तभी से वहां देश की सुरक्षा कर रहे थे. मृत फौजी हरिद्वार यादव का बलुआ गंगा घाट पर अंतिम संस्कार हुआ. इस दौरान पुलिस फोर्स व भारी संख्या में स्थानीय ग्रामीण व मृत फौजी के परिजन मौजूद रहे. बता दें कि हसनपुर निवासी कल्पनाथ यादव के बड़े पुत्र हरिद्वार यादव सन 1995 में सेना में भर्ती हुए थे.

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