चंदौली: जिले के सैयदराजा से पूर्व विधायक और सपा नेता मनोज सिंह 'डब्लू' ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में ड्यूटी के दौरान मृत कुलदीप मौर्य को शहीद का दर्जा देने और परिजनों को आर्थिक मदद देने को लेकर मांग पत्र सौंपा.
उन्होंने पत्रक के माध्यम से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से कहा, "मंगलवार को जनपद के शहीदी धरती धानापुर में घटी घटना की ओर आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूं. साथ ही आपसे यह आशा और पूरी उम्मीद है कि आप उक्त प्रकरण को संज्ञान में लेकर शहीदी धरती धानापुर क्षेत्र के पुराचेत दूबे (पुरवां) के शहीद कुलदीप कुमार मौर्य ( सुबेदार JC- 282522K, Unit- 278 FD REGT) के परिजनों की कुछ मांगों को पूरा कर उन्हें उचित सम्मान व आर्थिक सहयोग दिलवाने में अपना योगदान देंगे".
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से उन्होंने बताया कि जम्मू के पूंछ के राजौरी सेक्टर में सूबेदार के पद पर तैनात धानापुर क्षेत्र के पुरचेता दूबे (पुरवां) निवासी कुलदीप कुमार मौर्य का 6 सिंतबर को निधन हो गया. इसके बाद शहीद के परिजनों को सेना के अफसरों द्वारा घटना की टेलिफोनिक जानकारी दी गयी. 8 सितंबर 2020 की सुबह शहीद कुलदीप कुमार मौर्य का शव एंबुलेंस से धानापुर शहीद स्मारक पहुंचा. इसके बाद शहीद के परिजनों व स्थानीय ग्रामीणों ने सेना की इस कार्य प्रणाली पर आक्रोश व्यक्त किया, क्योंकि एंबुलेंस के साथ सेना का कोई भी वाहन नहीं भेजा गया था. मात्र दो सैनिक एंबुलेंस के साथ शव को सुपुर्द करने के लिए आए थे.
ये हैं प्रमुख मांगें
- मृतक कुलदीप कुमार मौर्य को शहीद का दर्जा दिया जाए.
- परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा के आधार पर सरकारी नौकरी मुहैया करायी जाए.
- परिवार को हुई इस अपूरणीय क्षति की प्रतिपूर्ति के लिए उचित मुआवजा राशि मुहैया करायी जाए.
- सैनिक कुलदीप कुमार मौर्य के पोस्टमार्टम रिपोर्ट से शहीद के परिजन असंतुष्ट हैं. उनकी इच्छानुसार शहीद के मौत के मामले की उच्च स्तर पर जांच करायी जाए.
- वाराणसी में सम्मान न होना और शव को सेना के वाहन की बजाय एंबुलेंस से भेजे जाने से शहीदी धरती धानापुर में सेना के इस कृत्य को लेकर लोगों में जबरदस्त आक्रोश है. इन सभी बिंदुओं पर जांच की जानी चाहिए कि ऐसा क्यों और किसके आदेश पर हुआ. साथ ही जांच के उपरांत दोषियों पर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए.
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