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डीडीयू जंक्शन पहुंचे पूर्व मध्य रेलवे के GM, गिनाई उपलब्धियां

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Published : Feb 12, 2021, 3:45 PM IST

पूर्व मध्य रेलवे के जीएम (जनरल मैनेजर) ललित चंद्र त्रिवेदी ने डीडीयू (पंडित दीनदयाल उपाध्याय) जंक्शन का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने जंक्शन के रेलवे यार्ड, वैगन केयर सेंटर, मंडल लोको हॉस्पिटल समेत कई स्थानों का निरीक्षण किया. साथ ही जंक्शन के बाहर व्हीकल स्कैनर सिस्टम का भी उद्घाटन किया.

डीडीयू जंक्शन पहुंचे पूर्व मध्य रेलवे के GM
डीडीयू जंक्शन पहुंचे पूर्व मध्य रेलवे के GM

चंदौली: पूर्व मध्य रेलवे के जीएम (जनरल मैनेजर) ललित चंद्र त्रिवेदी ने डीडीयू (पंडित दीनदयाल उपाध्याय) जंक्शन का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने जंक्शन के रेलवे यार्ड, वैगन केयर सेंटर, मंडल लोको हॉस्पिटल समेत कई स्थानों का निरीक्षण किया. साथ ही जंक्शन के बाहर व्हीकल स्कैनर सिस्टम का भी उद्घाटन किया. पत्रकारों से बातचीत के दौरान बजट-2021 को रेलवे को आधुनिक, सुरक्षित, पर्यावरण अनुकूल, सस्ते और आरामदायक परिवहन के रूप में बदलने के लिए नए भारत का बजट बताया.

भदोही के कारपेट उद्योग का संजीवनी बनेगा डीएफसीसी
पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि हम सभी का प्रयास है कि भदोही कारपेट इंडस्ट्रीज को डीएफसीसी (डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) से जोड़ा जाए. उनका ध्यान डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण को गति प्रदान कर, नए व्यवसाय को रेलवे की ओर आकर्षित करने और यहां पर जो बड़ी-छोटी औद्योगिक इकाइयां हैं, उसे इस डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का फायदा कैसे मिल सके और मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क कैसे बनाया जाए. इस पर केंद्रित रहा.

खुल रहा व्यापार का द्वार
पूर्व मध्य रेलवे के जीएम ललित चंद्र त्रिवेदी ने कहा कि सोननगर और पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में ऐसे मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क का निर्माण किया जाएगा, जिससे वाराणसी, डेहरी ऑन सोन, सोननगर और अन्य जगहों से विदेशों में माल निर्यात करने वाले व्यापारियों को काफी फायदा होगा. यह इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को एक नई उर्जा प्रदान करेगा.

इलेक्ट्रॉनिक सिग्नलिंग प्रणाली की तरफ अग्रसर
जीएम ललित चंद्र त्रिवेदी ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन की सिग्नलिंग प्रणाली, जो काफी पुरानी थी, उसे हम इलेक्ट्रॉनिक सिग्नलिंग प्रणाली के रूप में बदल रहे हैं. डीडीयू यार्ड विश्व का सबसे बड़ा विद्युतीकृत यार्ड है. एक छोर से दूसरे छोर तक इसकी लंबाई 12 किलोमीटर है. इसकी सिग्नलिंग प्रणाली काफी चुनौतीपूर्ण है, इसी को देखते हुए इसे इलेक्ट्रॉनिक सिग्नलिंग प्रणाली के रूप में बदल रहे हैं, जिससे संरक्षित और त्वरित रेल यातायात मुहैया हो पाएगा.

जल्द ही 160 की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेन
उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले धनबाद से डीडीयू तक हमने 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से परिचालन प्रारंभ की थी और अब हम 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति की दिशा में कार्य कर रहे हैं. उन्होंने आशा व्यक्त की कि 2024 तक गतिसीमा 160 किलोमीटर प्रतिघंटा करने में सफल हो पाएंगे. इसके मद्देनजर डीडीयू से धनबाद तक रेलवे ट्रैक के किनारे बाउंड्रीवॉल का निर्माण किया जाएगा, जिससे संरक्षा में वृद्धि होगी.

व्हीकल स्कैनर का किया उद्घटान
इसके अलावा जीएम ने डीडीयू जंक्शन पर सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करने के उद्देश्य से व्हीकल स्कैनर का शुभारंभ किया. साथ ही उन्होंने स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया का जायजा लिया. इस दौरान स्टेशन की तरफ जाने वाली सभी गाड़ियों की स्कैनिंग होगी. साथ ही गाड़ी के अंदर सामानों की पूरी स्कैन कॉपी निकल जाएगी.

चंदौली: पूर्व मध्य रेलवे के जीएम (जनरल मैनेजर) ललित चंद्र त्रिवेदी ने डीडीयू (पंडित दीनदयाल उपाध्याय) जंक्शन का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने जंक्शन के रेलवे यार्ड, वैगन केयर सेंटर, मंडल लोको हॉस्पिटल समेत कई स्थानों का निरीक्षण किया. साथ ही जंक्शन के बाहर व्हीकल स्कैनर सिस्टम का भी उद्घाटन किया. पत्रकारों से बातचीत के दौरान बजट-2021 को रेलवे को आधुनिक, सुरक्षित, पर्यावरण अनुकूल, सस्ते और आरामदायक परिवहन के रूप में बदलने के लिए नए भारत का बजट बताया.

भदोही के कारपेट उद्योग का संजीवनी बनेगा डीएफसीसी
पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि हम सभी का प्रयास है कि भदोही कारपेट इंडस्ट्रीज को डीएफसीसी (डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) से जोड़ा जाए. उनका ध्यान डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण को गति प्रदान कर, नए व्यवसाय को रेलवे की ओर आकर्षित करने और यहां पर जो बड़ी-छोटी औद्योगिक इकाइयां हैं, उसे इस डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का फायदा कैसे मिल सके और मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क कैसे बनाया जाए. इस पर केंद्रित रहा.

खुल रहा व्यापार का द्वार
पूर्व मध्य रेलवे के जीएम ललित चंद्र त्रिवेदी ने कहा कि सोननगर और पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में ऐसे मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक पार्क का निर्माण किया जाएगा, जिससे वाराणसी, डेहरी ऑन सोन, सोननगर और अन्य जगहों से विदेशों में माल निर्यात करने वाले व्यापारियों को काफी फायदा होगा. यह इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को एक नई उर्जा प्रदान करेगा.

इलेक्ट्रॉनिक सिग्नलिंग प्रणाली की तरफ अग्रसर
जीएम ललित चंद्र त्रिवेदी ने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन की सिग्नलिंग प्रणाली, जो काफी पुरानी थी, उसे हम इलेक्ट्रॉनिक सिग्नलिंग प्रणाली के रूप में बदल रहे हैं. डीडीयू यार्ड विश्व का सबसे बड़ा विद्युतीकृत यार्ड है. एक छोर से दूसरे छोर तक इसकी लंबाई 12 किलोमीटर है. इसकी सिग्नलिंग प्रणाली काफी चुनौतीपूर्ण है, इसी को देखते हुए इसे इलेक्ट्रॉनिक सिग्नलिंग प्रणाली के रूप में बदल रहे हैं, जिससे संरक्षित और त्वरित रेल यातायात मुहैया हो पाएगा.

जल्द ही 160 की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेन
उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले धनबाद से डीडीयू तक हमने 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से परिचालन प्रारंभ की थी और अब हम 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति की दिशा में कार्य कर रहे हैं. उन्होंने आशा व्यक्त की कि 2024 तक गतिसीमा 160 किलोमीटर प्रतिघंटा करने में सफल हो पाएंगे. इसके मद्देनजर डीडीयू से धनबाद तक रेलवे ट्रैक के किनारे बाउंड्रीवॉल का निर्माण किया जाएगा, जिससे संरक्षा में वृद्धि होगी.

व्हीकल स्कैनर का किया उद्घटान
इसके अलावा जीएम ने डीडीयू जंक्शन पर सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत करने के उद्देश्य से व्हीकल स्कैनर का शुभारंभ किया. साथ ही उन्होंने स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया का जायजा लिया. इस दौरान स्टेशन की तरफ जाने वाली सभी गाड़ियों की स्कैनिंग होगी. साथ ही गाड़ी के अंदर सामानों की पूरी स्कैन कॉपी निकल जाएगी.

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