चंदौली : पूरी दुनिया में हर कोई अपने-अपने तरीके से नए साल का जश्न मना रहा है. पूर्वी उत्तर प्रदेश का चन्दौली भी इससे अछूता नहीं है. चन्दौली और आसपास के जिलों के लोग लतीफशाह डैम पहुंचकर पिकनिक मना रहे हैं. लेकिन इस दौरान सेल्फी के चक्कर में लोग खुद की जान को जोखिम में डाल रहे हैं. बड़ी बात यह है कि सैलानियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन कतई सतर्क नहीं है.
खतरों के खिलाड़ी बने सैलानी
यह तश्वीर है चन्दौली के लतीफशाह डैम की. जहां हजारों की संख्या में लोग नए साल के मौके पर पिकनिक मनाने पहुंचे हैं. लेकिन इस दौरान वह खतरों के खिलाड़ी बन गए हैं. सैलानी लतीफशाह डैम के नीचे झरनों और डैम की दीवारों पर जान जोखिम में डालकर सेल्फी ले रहे हैं. तो वहीं कुछ लोग झरने के पानी संग अठखेलियां करते दिख रहे हैं. यहीं नहीं बच्चों की जान जोखिम में डालकर डैम के बीच बनी दीवारों से गुजर रहे हैं. वे इस बात से बेफिक्र है की दीवार के दोनों किनारों पर गहरा पानी है. जो जानलेवा भी हो सकता है.
डैम से गिरता पानी करता है आकर्षित
दरअसल जिले के चकिया इलाके में स्थित बाबा लतीफशाह की मजार और उसके समीप स्थित डैम से गिरते पानी की सुंदरता लोगों को खूब आकर्षित करती है. यहां अक्सर सैलानी पिकनिक मनाने पहुंचते हैं. खास मौके तो यहां सैलानियों की काफी भीड़ उमड़ती है. साल 2021 के पहले दिन भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला.
पुलिस बनी हुई है मूकदर्शक
नए साल पर लतीफशाह बांध पर सैलानियों की भारी भीड़ लगी हुई है. लोग जानलेवा तरीके से यहां जश्न मना रहे हैं, वहीं चकिया पुलिस मुकदर्शक बनी हुई है. यहां सैलानियों की सुरक्षा व्यवस्था के कोई इंतजाम नहीं है. जबकि इस पिकनिक स्पॉट के बाहर पुलिस की तरफ से गहरे पानी की बात बताते हुए डेंजर जोन का बोर्ड लगाया है. लेकिन बावजूद इसके इस बात की फिक्र न तो इन सैलानियों को है, और न ही डेंजर जोन का बोर्ड लगाने वाली पुलिस को चिंता है.
पहले हो चुकी है मौतें
लतीफ शाह डैम दुर्घटनाओं को लेकर अक्सर चर्चा में रहता है. यहां सेल्फी लेने के चक्कर में पूर्व में भी कई मौतें हो चुकी हैं. ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या पुलिस किसी बड़े हादसे के इंतजार में है? पुलिस पुराने हादसे से सबक क्यों नहीं ले रही है?