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टिकट का अवैध कारोबार करने वाला रेलकर्मी गिरफ्तार, अपने पद की धौंस दिखाकर बनवाता था तत्काल टिकट - RPF and CIB DDU team

यूपी के चंदौली जिले में आरपीएफ और सीआईबी डीडीयू की टीम ने अवैध कारोबार में लिप्त रेलकर्मी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. वह रेलवे पार्सल कार्यालय में बतौर पार्सल क्लर्क तैनात है.

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आरपीएफ और सीआईबी डीडीयू की टीम
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Published : Jul 4, 2023, 3:06 PM IST

चंदौलीः आरपीएफ और सीआईबी डीडीयू की टीम ने सोमवार को टिकट के अवैध कारोबार में लिप्त रेलकर्मी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. आरोपी जंक्शन के आरक्षण कार्यालय में पर्सनल यूजर आईडी से रेल टिकट निकलवा रहा था. उसके पास से तीन टिकट भी बरामद हुए. परशुरामपुर सिकटिया निवासी रेलकर्मी ने बताया कि वह रेलवे पार्सल कार्यालय में बतौर पार्सल क्लर्क तैनात है.

वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त डीडीयू जेतिन बी राज के निर्देश पर प्रभारी निरीक्षक आरपीएफ संजीव कुमार और सीआईबी डीडीयू के निरीक्षक पंकज यादव जंक्शन पर टिकट दलालों के खिलाफ अभियान चला रहे थे. सूचना मिली कि बुकिंग काउंटर नॉर्थ के पास टिकट दलाल घूम रहे हैं. टीम मौके पर पहुंची. एक व्यक्ति रिजर्वेशन फॉर्म भर रहा था, जो पुलिस वालों को देख कर हड़बड़ा गया तथा पीआरएस से बाहर की तरफ जाने लगा. संदेह होने पर उसे रोककर पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम अजय कुमार निवासी परशुरामपुर सिकटिया बताया. बताया कि सीनियर पार्सल क्लर्क, रेलवे पार्सल ऑफिस वाराणसी में तैनात है. आरक्षण कार्यालय में आने का कारण पूछने पर वह कुछ भी बताने से आनाकानी करने लगा. तलाशी लेने पर उसके पास एक फ़ोटो काउंटर टिकट, एक भरा हुआ रिजर्वेशन फॉर्म, एक खाली रिजर्वेशन फॉर्म मिला.

इसके पास से वीवो कंपनी के मोबाइल को खंगालने पर उसमे उसकी पर्सनल यूजर आईडी से बनाए गए तीन ई-टिकट मिले. जिसकी कीमत 6586 रुपये और 24 पुराने ई-टिकट कीमत 35,957 रुपये मिले. आरोपी ने बताया कि वह अपनी पर्सनल यूजर आईडी पर रेलवे के ई टिकट अवैध रूप से बनाकर जरूरतमंदो को अंकित मूल्य से लगभग 200-300 रुपए अधिक लेकर बेच देता है. वह डीडीयू जंक्शन के काउंटर से तत्काल टिकट या अन्य रेलवे के टिकट निकाल कर जरूरतमंदो को अंकित मूल्य से अधिक लेकर बेचता है.

गौरतलब है कि इन दिनों ट्रेनों में टिकट की क्राइसिस मची है. ऐसे में लोग अपने गंतव्य को जाने के लिए कोई भी कीमत को तैयार हो जा रहे हैं, जिसका फायदा टिकट दलाल उठा रहे हैं. जिन्हें बाकायदा विभागीय संरक्षण भी मिल रहा है. जिसके चलते मोटी कमाई की जाती है, उस कमाई का हिस्सा सभी मे बंटता है. टिकट दलालों की नजर सबसे ज्यादा तत्काल टिकटों पर होती है. जिस पर मुनाफा भी ज्यादा होता है. शायद यही वजह रही रेलकर्मी होने का धौंस दिखाकर टिकटों की कालाबाजारी करता था. आरपीएफ वेस्ट पोस्ट प्रभारी संजीव कुमार ने बताया की एक व्यक्ति अजय कुमार को 3 ई टिकट के साथ गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा पुराने ई टिकट भी मिले. गिरफ्तार अभियुक्त वाराणसी में तैनात रेलकर्मी है. अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है.

पढ़ेंः दिनदहाड़े बाइक सवार बदमाशों ने माइक्रो फाइनेंस एजेंट से लूटे 8 लाख रुपये

चंदौलीः आरपीएफ और सीआईबी डीडीयू की टीम ने सोमवार को टिकट के अवैध कारोबार में लिप्त रेलकर्मी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. आरोपी जंक्शन के आरक्षण कार्यालय में पर्सनल यूजर आईडी से रेल टिकट निकलवा रहा था. उसके पास से तीन टिकट भी बरामद हुए. परशुरामपुर सिकटिया निवासी रेलकर्मी ने बताया कि वह रेलवे पार्सल कार्यालय में बतौर पार्सल क्लर्क तैनात है.

वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त डीडीयू जेतिन बी राज के निर्देश पर प्रभारी निरीक्षक आरपीएफ संजीव कुमार और सीआईबी डीडीयू के निरीक्षक पंकज यादव जंक्शन पर टिकट दलालों के खिलाफ अभियान चला रहे थे. सूचना मिली कि बुकिंग काउंटर नॉर्थ के पास टिकट दलाल घूम रहे हैं. टीम मौके पर पहुंची. एक व्यक्ति रिजर्वेशन फॉर्म भर रहा था, जो पुलिस वालों को देख कर हड़बड़ा गया तथा पीआरएस से बाहर की तरफ जाने लगा. संदेह होने पर उसे रोककर पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम अजय कुमार निवासी परशुरामपुर सिकटिया बताया. बताया कि सीनियर पार्सल क्लर्क, रेलवे पार्सल ऑफिस वाराणसी में तैनात है. आरक्षण कार्यालय में आने का कारण पूछने पर वह कुछ भी बताने से आनाकानी करने लगा. तलाशी लेने पर उसके पास एक फ़ोटो काउंटर टिकट, एक भरा हुआ रिजर्वेशन फॉर्म, एक खाली रिजर्वेशन फॉर्म मिला.

इसके पास से वीवो कंपनी के मोबाइल को खंगालने पर उसमे उसकी पर्सनल यूजर आईडी से बनाए गए तीन ई-टिकट मिले. जिसकी कीमत 6586 रुपये और 24 पुराने ई-टिकट कीमत 35,957 रुपये मिले. आरोपी ने बताया कि वह अपनी पर्सनल यूजर आईडी पर रेलवे के ई टिकट अवैध रूप से बनाकर जरूरतमंदो को अंकित मूल्य से लगभग 200-300 रुपए अधिक लेकर बेच देता है. वह डीडीयू जंक्शन के काउंटर से तत्काल टिकट या अन्य रेलवे के टिकट निकाल कर जरूरतमंदो को अंकित मूल्य से अधिक लेकर बेचता है.

गौरतलब है कि इन दिनों ट्रेनों में टिकट की क्राइसिस मची है. ऐसे में लोग अपने गंतव्य को जाने के लिए कोई भी कीमत को तैयार हो जा रहे हैं, जिसका फायदा टिकट दलाल उठा रहे हैं. जिन्हें बाकायदा विभागीय संरक्षण भी मिल रहा है. जिसके चलते मोटी कमाई की जाती है, उस कमाई का हिस्सा सभी मे बंटता है. टिकट दलालों की नजर सबसे ज्यादा तत्काल टिकटों पर होती है. जिस पर मुनाफा भी ज्यादा होता है. शायद यही वजह रही रेलकर्मी होने का धौंस दिखाकर टिकटों की कालाबाजारी करता था. आरपीएफ वेस्ट पोस्ट प्रभारी संजीव कुमार ने बताया की एक व्यक्ति अजय कुमार को 3 ई टिकट के साथ गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा पुराने ई टिकट भी मिले. गिरफ्तार अभियुक्त वाराणसी में तैनात रेलकर्मी है. अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है.

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