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आत्महत्या के लिए रेलवे ट्रैक पर लेटे थे 5 बच्चों संग दंपत्ति, फिर हुआ ये...बची सबकी जान

उत्तर प्रदेश के चंदौली में रविवार को भयानक हादसा होते-होते बच गया. घरेलू कलह से परेशान होकर पूरा परिवार जान देने के लिए रेलवे लाइन पर लेट गया. सभी ट्रेन से कटने वाले ही थे कि आरपीएफ जवान की नजर पड़ गई और उसने सातों लोगों की जान बचा ली.

महिला को समझाती आरपीएफ
महिला को समझाती आरपीएफ
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Published : Nov 23, 2020, 5:49 PM IST

Updated : Nov 24, 2020, 12:53 PM IST

चंदौलीः जिले के डीडीयू जंक्शन पर तैनात आरपीएफ कर्मी की तत्परता से 7 लोगों की जान बच गई. इसमें 5 बच्चे थे. घरेलू कलह से परेशान होकर पूरा परिवार जान देने के लिए रेलवे लाइन पर लेट गया था. सभी ट्रेन से कटने वाले ही थे कि आरपीएफ जवान की नजर पड़ गई और उसने सातों लोगों की जान बचा ली.

आत्महत्या से बचाया

ये है पूरा मामला
घटना रविवार की देर शाम की है. रविवार की शाम छह बजे सीआरपीएफ के जवानों को लेकर सीआरपीएफ स्पेशल ट्रेन पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या सात से खुली. ट्रेन जीवनाथपुर के समीप पोल संख्या 674/25 के पास पहुंची थी. इसी बीच ड्यूटीरत आरपीएफ जवान आरके सिंह ने देखा कि रेलवे लाइन पर पांच मासूम बच्चों के साथ दंपती रेलवे लाइन पर लेट गया है. यह नजारा देख उसके होश उड़ गए. आनन फानन में ट्रेन को रुकवाया. बाद में पूरे परिवार को ट्रैक से हटाया और ट्रेन पास कराया.

काउंसलिंग कर भेजा घर
पूछताछ में पता चला कि वे पीडीडीयू नगर के काली महल के रहने वाले हैं. पारिवारिक कलह से तंग आकर पांच बच्चों संग पति-पत्नी आत्महत्या के इरादे से यहां आए थे. सभी बच्चे चार से 12 वर्ष के हैं. पति पत्नी और बच्चों को भी समझाया गया. काउंसलिंग करने के बाद परिवार को हिदायत दी गई कि भविष्य में ऐसा कोई कदम न उठाएं.

आरपीएफ जवान आर के सिंह की तत्परता से परिवार की जान बच गई. घरेलू कलह से तंग आकर वे आत्महत्या करने के लिए ट्रैक पर लेट गए थे. उन्हें समझा-बुझाकर उनके घर के लिए भेज दिया गया.

- आशीष मिश्रा, सीनियर कमाण्डेन्ट, आरपीएफ

चंदौलीः जिले के डीडीयू जंक्शन पर तैनात आरपीएफ कर्मी की तत्परता से 7 लोगों की जान बच गई. इसमें 5 बच्चे थे. घरेलू कलह से परेशान होकर पूरा परिवार जान देने के लिए रेलवे लाइन पर लेट गया था. सभी ट्रेन से कटने वाले ही थे कि आरपीएफ जवान की नजर पड़ गई और उसने सातों लोगों की जान बचा ली.

आत्महत्या से बचाया

ये है पूरा मामला
घटना रविवार की देर शाम की है. रविवार की शाम छह बजे सीआरपीएफ के जवानों को लेकर सीआरपीएफ स्पेशल ट्रेन पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या सात से खुली. ट्रेन जीवनाथपुर के समीप पोल संख्या 674/25 के पास पहुंची थी. इसी बीच ड्यूटीरत आरपीएफ जवान आरके सिंह ने देखा कि रेलवे लाइन पर पांच मासूम बच्चों के साथ दंपती रेलवे लाइन पर लेट गया है. यह नजारा देख उसके होश उड़ गए. आनन फानन में ट्रेन को रुकवाया. बाद में पूरे परिवार को ट्रैक से हटाया और ट्रेन पास कराया.

काउंसलिंग कर भेजा घर
पूछताछ में पता चला कि वे पीडीडीयू नगर के काली महल के रहने वाले हैं. पारिवारिक कलह से तंग आकर पांच बच्चों संग पति-पत्नी आत्महत्या के इरादे से यहां आए थे. सभी बच्चे चार से 12 वर्ष के हैं. पति पत्नी और बच्चों को भी समझाया गया. काउंसलिंग करने के बाद परिवार को हिदायत दी गई कि भविष्य में ऐसा कोई कदम न उठाएं.

आरपीएफ जवान आर के सिंह की तत्परता से परिवार की जान बच गई. घरेलू कलह से तंग आकर वे आत्महत्या करने के लिए ट्रैक पर लेट गए थे. उन्हें समझा-बुझाकर उनके घर के लिए भेज दिया गया.

- आशीष मिश्रा, सीनियर कमाण्डेन्ट, आरपीएफ

Last Updated : Nov 24, 2020, 12:53 PM IST
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