चंदौलीः जनपद में दूसरे राज्य के युवाओं को शादी का झांसा देने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने लुटेरी दुल्हन और उस गैंग को संरक्षण देने वाले पुलिसकर्मी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इसके पहले पुलिस ने आरोपी दुल्हन सहित 4 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
थाना चंदौली पुलिस को 27 दिसंबर को एक पत्र के माध्यम से शिकायत मिली कि संजय सिंह निवासी भरतपुर राजस्थान से कुछ लोगों ने शादी की बात के लिए चंदौली के सोनू ने बुलाया है. संजय सिंह को शादी के लिए बुलाया गया है. संजय अपने भाई भूपेन्द्र और भाभी पूनम के साथ आया था. सोनू उसका साथी राजू कृष्णा ने संजय की शादी एक महिला सुमन सोनकर निवासी डुमरी से तय की थी. यहां सभी ने वाराणसी के भारत रेस्टोरेन्ट में सोनू और उसके साथी राजू कृष्णा की उपस्थिति में पहचान कराई गई. यहां संजय सुमन सोनकर को अपने साथ लेकर गांव जा रहा था तो रास्ते में सुमन बैग में रखा 12 हजार रुपये चुराकर भाग गई.
एसपी डॉ. अनिल कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों को पकड़ने के लिए एक टीम गठित की थी. बुधवार को लुटेरी दुल्हन और उसका गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ गया. विवेचना के दौरान थाना शहाबगंज पर नियुक्त आरक्षी अनुज कुमार सिंह का नाम भी प्रकाश में आया. पता चला कि आरक्षी भी गैंग का सदस्य था और बकायदा संरक्षण प्रदान कर रहा था. पुलिस ने सूचना पर मुस्तफापुर भठ्ठा के सामने आरक्षी को गिरफ्तार कर लिया. आरक्षी ने बताया की थाना चंदौली में मुकदमा दर्ज होने के बाद बचने के लिए भागने की फिराक में वाहन का इंतजार कर रहा था. लुटेरी दुल्हन प्रकरण में शादी करवाने में सम्मिलित रहा था. शादी करने के एवज में उसे 8 हजार रुपये गूगल पे के जरिये मिले थे.
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