ETV Bharat / state

ऑनलाइन शिकायतों के निस्तारण में चंदौली पुलिस का बजा डंका, UP IGRS रैंकिंग में टॉप पर

उत्तर प्रदेश सरकार की ऑनलाइन शिकायत प्रणाली जनसुनवाई पोर्टल (IGRS Ranking UP) के माध्यम से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में चंदौली पुलिस को पहला स्थान प्राप्त हुआ है. जबकि जिला प्रशासन आईजीआरएस टॉप टेन से बाहर हो गया है.

Etv Bharat
चंदौली पुलिस
author img

By

Published : Nov 8, 2022, 4:56 PM IST

Updated : Nov 8, 2022, 5:02 PM IST

चंदौली: उत्तर प्रदेश सरकार की ऑनलाइन शिकायत प्रणाली जनसुनवाई पोर्टल (IGRS) के माध्यम से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में माह अक्टूबर में चंदौली पुलिस को प्रदेश स्तर की रैंकिंग (IGRS ranking up) में प्रथम स्थान मिला है. जनसुनवाई पोर्टल (IGRS) सें प्राप्त शिकायतों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण एवं पर्यवेक्षण के फलस्वरूप प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में चंदौली पुलिस को माह अक्टूबर-2022 में प्रदेश स्तर पर जारी की गई. जिसमें चंदौली पुलिस कार्यकुशलता के चलते सभी 75 जनपदों में कार्रवाई 100 प्रतिशत रही. वहीं जिला प्रशासन आईजीआरएस टॉप टेन की रैंकिंग से भी बाहर हो गया है.

आईजीआरएस रैकिंग यूपी
आईजीआरएस रैकिंग यूपी

पुलिस अधीक्षक चंदौली अंकुर अग्रवाल द्वारा स्वयं जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों को दूर करने के लिए अधिकारी और थाना प्रभारियों को लगातार निर्देशित किया जाता है. जनसुनवाई पोर्टल (IGRS) के कार्यों की स्वयं मॉनिटरिंग करने सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को लगातार निर्देश दिए जाते रहते हैं. जनसुनवाई पोर्टल से प्राप्त शिकायतों को पुलिस कार्यालय में गठित आईजीआरएस सेल द्वारा सम्बंधित थानों पर ऑनलाइन भेजी जाती है.

इसके अलावा सभी थाना प्रभारियों द्वारा इस संदर्भों की जांच रिपोर्ट ऑनलाइन दिए गए समय सीमा के अंदर संबंधित को भेजी की जाती है और आवेदक पुलिस कार्रवाई से सन्तुष्ट है कि नहीं, इसका फिडबैक भी पुलिस कार्यालय से लिया जाता है. जिससे की गई जांच और पुलिस कार्रवाई की गुणवत्ता उच्च होती है. इसी का नतीजा है कि IGRS निरस्तारण में चंदौली पुलिस को पहला स्थान मिला है. इस उपलब्धि पर एसपी ने खुशी जाहिर की है. साथ ही इस क्रम को बनाए रखने के लिए निर्देशित भी किया.

वहीं जिला प्रशासन अक्टूबर माह में टॉप टेन की रैंकिंग से खिसककर 21वें स्थान पर पहुंच गया है. इसके पीछे मॉनिटरिंग में लापरवाही और अधिकारियों की उदासीनता सामने आ रही है. बता दें कि सितंबर माह में जनपद टॉप टेन में शामिल था. जिले को इस बार रैंकिंग में 140 में 135 अंक मिले हैं. इससे रैंकिंग खिसक गई है. ऑनलाइन शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही की वजह से ऐसी स्थिति देखने को मिली.

बता दें, जनता की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए आईजीआरएस पोर्टल लांच किया गया है. इस पर पीएम, सीएम और डीएम सहित अन्य विभागीय अफसरों से सीधे तौर पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. शिकायतें संबंधित विभागों तक पहुंचती हैं. उन्हें निर्धारित अवधि के अंदर इनका निस्तारण करना होता है. निस्तारण की स्थिति के आधार पर ही शासन की ओर से प्रदेश स्तर पर सभी जिलों की रैंकिंग जारी की जाती है. जनपद सितंबर माह में प्रदेश के टॉप टेन जिलों में शामिल रहा है. लेकिन अक्टूबर माह की रैंकिंग जारी होने पर चंदौली लुढ़ककर 21वें स्थान पर पहुंच गया.

यह भी पढ़ें: चंदौली के सांतम सिंह ने बढ़ाया जिले का मान, साउथ अफ्रीका में बने पायलट

चंदौली: उत्तर प्रदेश सरकार की ऑनलाइन शिकायत प्रणाली जनसुनवाई पोर्टल (IGRS) के माध्यम से प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में माह अक्टूबर में चंदौली पुलिस को प्रदेश स्तर की रैंकिंग (IGRS ranking up) में प्रथम स्थान मिला है. जनसुनवाई पोर्टल (IGRS) सें प्राप्त शिकायतों को समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण एवं पर्यवेक्षण के फलस्वरूप प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में चंदौली पुलिस को माह अक्टूबर-2022 में प्रदेश स्तर पर जारी की गई. जिसमें चंदौली पुलिस कार्यकुशलता के चलते सभी 75 जनपदों में कार्रवाई 100 प्रतिशत रही. वहीं जिला प्रशासन आईजीआरएस टॉप टेन की रैंकिंग से भी बाहर हो गया है.

आईजीआरएस रैकिंग यूपी
आईजीआरएस रैकिंग यूपी

पुलिस अधीक्षक चंदौली अंकुर अग्रवाल द्वारा स्वयं जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों को दूर करने के लिए अधिकारी और थाना प्रभारियों को लगातार निर्देशित किया जाता है. जनसुनवाई पोर्टल (IGRS) के कार्यों की स्वयं मॉनिटरिंग करने सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को लगातार निर्देश दिए जाते रहते हैं. जनसुनवाई पोर्टल से प्राप्त शिकायतों को पुलिस कार्यालय में गठित आईजीआरएस सेल द्वारा सम्बंधित थानों पर ऑनलाइन भेजी जाती है.

इसके अलावा सभी थाना प्रभारियों द्वारा इस संदर्भों की जांच रिपोर्ट ऑनलाइन दिए गए समय सीमा के अंदर संबंधित को भेजी की जाती है और आवेदक पुलिस कार्रवाई से सन्तुष्ट है कि नहीं, इसका फिडबैक भी पुलिस कार्यालय से लिया जाता है. जिससे की गई जांच और पुलिस कार्रवाई की गुणवत्ता उच्च होती है. इसी का नतीजा है कि IGRS निरस्तारण में चंदौली पुलिस को पहला स्थान मिला है. इस उपलब्धि पर एसपी ने खुशी जाहिर की है. साथ ही इस क्रम को बनाए रखने के लिए निर्देशित भी किया.

वहीं जिला प्रशासन अक्टूबर माह में टॉप टेन की रैंकिंग से खिसककर 21वें स्थान पर पहुंच गया है. इसके पीछे मॉनिटरिंग में लापरवाही और अधिकारियों की उदासीनता सामने आ रही है. बता दें कि सितंबर माह में जनपद टॉप टेन में शामिल था. जिले को इस बार रैंकिंग में 140 में 135 अंक मिले हैं. इससे रैंकिंग खिसक गई है. ऑनलाइन शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही की वजह से ऐसी स्थिति देखने को मिली.

बता दें, जनता की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए आईजीआरएस पोर्टल लांच किया गया है. इस पर पीएम, सीएम और डीएम सहित अन्य विभागीय अफसरों से सीधे तौर पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. शिकायतें संबंधित विभागों तक पहुंचती हैं. उन्हें निर्धारित अवधि के अंदर इनका निस्तारण करना होता है. निस्तारण की स्थिति के आधार पर ही शासन की ओर से प्रदेश स्तर पर सभी जिलों की रैंकिंग जारी की जाती है. जनपद सितंबर माह में प्रदेश के टॉप टेन जिलों में शामिल रहा है. लेकिन अक्टूबर माह की रैंकिंग जारी होने पर चंदौली लुढ़ककर 21वें स्थान पर पहुंच गया.

यह भी पढ़ें: चंदौली के सांतम सिंह ने बढ़ाया जिले का मान, साउथ अफ्रीका में बने पायलट

Last Updated : Nov 8, 2022, 5:02 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.