चन्दौली: जिले के दीनदयाल नगर पालिका के सामने राशन कार्ड बनवाने के लिए भारी संख्या में लोग धरने पर बैठ गए. धरने कर रहे लोगों का कहना है कि वह राशन कार्ड बनवाने के लिए रोजाना नगरपालिका के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कार्यालय बंद है और कोटेदार बिना राशनकार्ड के राशन नहीं दे रहा है. इसके कारण उनका परिवार भुखमरी की कगार पर आ गया है.
कोरोना वायरस के चलते देश में तीन मई तक लॉकडाउन लागू कर दिया गया है. ऐसे में कोई गरीब परिवार भूखा न रहे इसके लिए सरकार ने जरूरतमंद लोगों को सरकारी गल्ले की दुकान से निशुल्क राशन वितरण की बात कही थी. इसके बाद गरीब वर्ग के लोग जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, वह भी राशन की दुकान पर गए. इन लोगों के पास कार्ड न होने और पात्रता सूची में नाम न होने के कारण दुकानदार ने राशन देने से मना कर दिया. इससे नाराज लोग दीनदयाल नगर पालिका कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए.
अधिकारी नहीं सुन रहे फरियाद
धरने पर बैठे लोगों का आरोप है कि हम कई महीनों से अपने राशन कार्ड बनवाने के लिए नगर पालिका के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन यहां कोई भी अधिकारी हमारी सुनने को तैयार नहीं है. लॉकडाउन के दौरान हम में से कुछ लोगों के परिवार के मुखिया कहीं और फंसे हुए हैं, जो लॉकडाउन की वजह से नहीं आ पा रहे हैं. इस वजह से हमें खाने पीने की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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नगर पालिका गेट पर धरने की सूचना पर पहुंचे सप्लाई अफसर श्यामलाल ने कहा कि मानकों के अनुरूप ही राशन कार्ड बनवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि जरुरतमंदों के लिए कम्यूनिटी किचन की व्यवस्था की गई है, कोई भी भूखा नहीं मर रहा है. सबके लिए व्यवस्ता की गई है. इसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम के समझाने और आश्वासन देने पर लोगों ने धरना समाप्त कर दिया.
हमने सभी जरूरतमंदों की सूची बना ली है और तत्काल प्रभाव से पहले इन्हें राशन उपलब्ध कराया जा रहा है. उसके बाद पात्रता के अनुसार उनका राशन कार्ड भी बनवा दिया जाएगा. साथ ही जो लोग राशन कार्ड बनाने के योग्य नहीं हैं, उन्हें लॉकडाउन के दौरान निशुल्क खाने-पीने की सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी.
-हर्ष कुमार, एसडीएम