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चंदासी कोल मंडी में सीबीआई के बाद कस्टम विभाग की छापेमारी - कस्टम विभाग की छापेमारी

यूपी के चंदौली में चंदासी कोल मंडी बंगाल कोल स्कैम से तार जुड़े होने के बाद अब कस्टम ड्यूटी चोरी करने को लेकर चर्चाओं में है. बताया जा रहा है कि विदेशों से आयातित कोयले में कस्टम ड्यूटी चोरी की जाती है. चंदासी कोल मंडी में सीबाई की छापेमारी के बाद कस्टम विभाग ने कस्टम ड्यूटी चोरी करने के चलते छापेमारी की है.

चंदासी कोल मंडी
चंदासी कोल मंडी
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Published : Mar 5, 2021, 1:13 AM IST

चंदौलीः एशिया की सबसे बड़ी कोयला मंडी चंदासी कोल मंडी इन दिनों अपने काले कारोबार को लेकर सुर्खियों में है. बंगाल कोल स्कैम से तार जुड़ने के बाद अब कस्टम ड्यूटी चोरी का भी मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि इंडोनेशिया, अमेरिका, आस्ट्रेलिया समेत अन्य देशों से आयातित कोयले में कस्टम ड्यूटी की चोरी की जाती है. जिसके बाद करोड़ो के कस्टम वाराणसी और लखनऊ की टीम ने कोल व्यवसायी आरके मित्तल के वाराणसी और चंदासी कोल मंडी स्थित ऑफिस पर छापेमारी की गई है, फिलहाल कस्टम विभाग की जांच जारी है.

कोल मंडी व वाराणसी के आवास पर हुई छापेमारी
दरअसल, गुरुवार दोपहर लखनऊ और वाराणसी कस्टम विभाग की संयुक्त टीम कोल मंडी पहुंची. जहां कोल मंडी के बड़े व्यवसायी आरके मित्तल के ऑफिस गई. वहां कारोबार से जुड़े कागजात खंगाले. साथ ही उनके स्टाफ व अन्य लोगों से पूछताछ की. वहीं कोल व्यवसायी मित्तल के वाराणसी स्थित आवास पर भी कस्टम विभाग की टीम छानबीन में जुटी है.

इम्पोर्टेड कोयले की कस्टम चोरी
आरोप है कि ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, अमेरिका समेत अन्य देशों से कोयला आयात किया जाता है, जो कि गुजरात के बंदरगाहों पर उतरता है. जहां से कोयले की रैक चंदासी कोयला मंडी उतरती हैं. इस आयातित कोयले के खरीद और बिक्री में कस्टम ड्यूटी की काफी चोरी की जाती है.

नेपाल तक होती है कोयले की सप्लाई
यह कोल मंडी पूर्वांचल के जिलों समेत नेपाल तक कोयले की आपूर्ति करती है. जहां सैकड़ों की संख्या में कोल डिपो हैं और सालाना अरबों का कारोबार होता है. यहां झारखंड, बिहार, कोलकाता, एमपी समेत अन्य प्रान्तों की कोयले की आपूर्ति होती है लेकिन कोयले का कारोबार बिना कालिख लगे संभव नहीं है. इसके काले कारोबार और मोटे मुनाफे के चक्कर में कई बार सफेशपोश के हाथ काले हो चुके हैं. वहीं इस कोल के खेल में वर्चस्व को लेकर माफियाओं में गैंगवार भी हो चुका है.

बंगाल कोल स्कैम से जुड़े हैं तार
गौरतलब है की एक मार्च को चंदासी कोल मंडी में सीबीआई की टीम की तरफ छापेमारी की गई. जिसमें जिले के दो बड़े कोल व्यवसायियों नियाज खान और मुरारी गुप्ता को नोटिस दी गई. इससे पूर्व तीन दिनों तक सीबीआई की टीम ने छानबीन की और व्यापार के कागजात साथ ले गई. यहीं नहीं सीबीआई की जांच में बंगाल कोल स्कैम से भी तार जुड़ रहे है.

चंदौलीः एशिया की सबसे बड़ी कोयला मंडी चंदासी कोल मंडी इन दिनों अपने काले कारोबार को लेकर सुर्खियों में है. बंगाल कोल स्कैम से तार जुड़ने के बाद अब कस्टम ड्यूटी चोरी का भी मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि इंडोनेशिया, अमेरिका, आस्ट्रेलिया समेत अन्य देशों से आयातित कोयले में कस्टम ड्यूटी की चोरी की जाती है. जिसके बाद करोड़ो के कस्टम वाराणसी और लखनऊ की टीम ने कोल व्यवसायी आरके मित्तल के वाराणसी और चंदासी कोल मंडी स्थित ऑफिस पर छापेमारी की गई है, फिलहाल कस्टम विभाग की जांच जारी है.

कोल मंडी व वाराणसी के आवास पर हुई छापेमारी
दरअसल, गुरुवार दोपहर लखनऊ और वाराणसी कस्टम विभाग की संयुक्त टीम कोल मंडी पहुंची. जहां कोल मंडी के बड़े व्यवसायी आरके मित्तल के ऑफिस गई. वहां कारोबार से जुड़े कागजात खंगाले. साथ ही उनके स्टाफ व अन्य लोगों से पूछताछ की. वहीं कोल व्यवसायी मित्तल के वाराणसी स्थित आवास पर भी कस्टम विभाग की टीम छानबीन में जुटी है.

इम्पोर्टेड कोयले की कस्टम चोरी
आरोप है कि ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, अमेरिका समेत अन्य देशों से कोयला आयात किया जाता है, जो कि गुजरात के बंदरगाहों पर उतरता है. जहां से कोयले की रैक चंदासी कोयला मंडी उतरती हैं. इस आयातित कोयले के खरीद और बिक्री में कस्टम ड्यूटी की काफी चोरी की जाती है.

नेपाल तक होती है कोयले की सप्लाई
यह कोल मंडी पूर्वांचल के जिलों समेत नेपाल तक कोयले की आपूर्ति करती है. जहां सैकड़ों की संख्या में कोल डिपो हैं और सालाना अरबों का कारोबार होता है. यहां झारखंड, बिहार, कोलकाता, एमपी समेत अन्य प्रान्तों की कोयले की आपूर्ति होती है लेकिन कोयले का कारोबार बिना कालिख लगे संभव नहीं है. इसके काले कारोबार और मोटे मुनाफे के चक्कर में कई बार सफेशपोश के हाथ काले हो चुके हैं. वहीं इस कोल के खेल में वर्चस्व को लेकर माफियाओं में गैंगवार भी हो चुका है.

बंगाल कोल स्कैम से जुड़े हैं तार
गौरतलब है की एक मार्च को चंदासी कोल मंडी में सीबीआई की टीम की तरफ छापेमारी की गई. जिसमें जिले के दो बड़े कोल व्यवसायियों नियाज खान और मुरारी गुप्ता को नोटिस दी गई. इससे पूर्व तीन दिनों तक सीबीआई की टीम ने छानबीन की और व्यापार के कागजात साथ ले गई. यहीं नहीं सीबीआई की जांच में बंगाल कोल स्कैम से भी तार जुड़ रहे है.

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