चंदौली: पेट्रोलियम पदार्थों और रसोई गैस की बढ़ी हुई कीमतों के विरोध में विपक्षी दलों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं और उनकी कीमतों में कमी करने की मांग की जा रही है. विरोध के क्रम में आम आदमी पार्टी का अनोखा प्रदर्शन देखने को मिला. चंदौली में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी लगातार बढ़ रहे डीजल पेट्रोल और रसोई गैस की कीमतों के विरोध में कहीं अपने खून से प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी, तो कहीं पर खुद ही अपना खून निकालकर पेट्रोल पंप पर पहुंच गए और खून के बदले पेट्रोल खरीदने का प्रयास करते दिखे.
प्रधानमंत्री को खून से लिखा पत्र
दीनदयाल नगर में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता डीजल और पेट्रोल की बढ़ी हुई कीमतों के विरोध में अपने खून से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिख रहे हैं. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मांग की कि केंद्र और राज्य सरकार अपने टैक्स में कमी करें ताकि पेट्रोल और डीजल की कीमतें आमजन के लिए सस्ती हो सकें.
![खून से लिखा पत्र.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/up-chn-04-protest-image-up10097_24022021211900_2402f_1614181740_249.jpg)
त्राहिमाम लिखकर टैक्स कम करने की मांग
आप नेता संतोष पाठक ने कहा कि देश में पेट्रोल और डीजल के दाम में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. केंद्र सरकार करीब 33 रुपये जबकि यूपी सरकार करीब 20 रुपये टैक्स ले रही है, कुल मिलाकर 62 रुपये टैक्स लग रहा है. आप नेता ने कहा कि जनता खून के आंसू रो रही है, इसलिए हम लोग खून से पत्र लिख रहे हैं. संतोष पाठक ने कहा कि अपना टैक्स कम करिए और पेट्रोल डीजल में हमें कम लूटिए. यही नहीं अंत में उन्होंने राहत देने की अपील करते हुए त्राहिमाम भी लिखा.
खून के बदले पेट्रोल लेकर जताया विरोध
इसके अलावा चहनिया में भी आप कार्यकर्ता ने डीजल और पेट्रोल की कीमतों को कम करने के लिए अनोखे तरीके से विरोध जताया. एक तरफ आप कार्यकर्ता अपनी कलाई से बोतल में खून निकाल रहे हैं और उसके साथी कार्यकर्ता पेट्रोल और डीजल की महंगाई को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. यही नहीं आम आदमी पार्टी के इन कार्यकर्ताओं ने पेट्रोल पंप पर खून के बदले पेट्रोल खरीदने का प्रतीकात्मक प्रयास भी किया.
पेट्रोल की कीमतें कम करने की मांग
आप कार्यकर्ता देवानंद यादव ने कहा कि हम लोग अपने शरीर से खून निकाल कर पेट्रोल पंप पर आकर खून के बदले पेट्रोल लेने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह विरोध प्रतीकात्मक है और सरकार को पूर्णं रूप से महंगाई को कम करना होगा.