चंदौली: जिले में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है. वैश्विक महामारी कोरोना का कहर जिले के नक्सल प्रभावित नौगढ़ तक पहुंच गया है. नौगढ़ में स्वास्थ्य विभाग से संबंधित तीन महिला कर्मचारियों समेत 4 लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटीव आई है, जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे समेत इलाके में हड़कंप मच गया है. सीएचसी नौगढ़ को सील कर दिया गया है.
दरअसल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगढ़ में तीन एएनएम की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद सीएमओ चंदौली के निर्देश पर गुरुवार को शाम में तीनों पॉजिटिव मरीजों को चंदौली के आइसोलेशन वार्ड में भेजा गया. इसके बाद एक समाज सेवी संस्था के कार्यकर्ता की रिपोर्ट भी पॉजिटीव आई है, जिसके बाद उसके गांव बसौली की बस्ती को सील करके सैनिटाइज किया गया.
तीन स्वास्थ्यकर्मी पॉजिटिव
तीन स्वास्थ्य कर्मियों के कोरोना पॉजिटीव पाए जाने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को सील कर दिया गया. यहां अगले आदेश तक ओपीडी और डिलीवरी सेवा का कार्य बंद रहेगा. डिलीवरी सेवा का कार्य उपकेंद्र मझगांई और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अमदहा में कराया जाएगा.
संपर्क में आए लोगों का लिया जाएगा सैंपल
बता दें कि तीन स्वास्थ्य कर्मियों के पॉजिटीव आने के बाद अस्पताल के सभी डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप मच गया है. साथ ही इलाके के लोगों में भी डर की स्थिति है. हाल के दिनों में एएनएम के द्वारा जिन लोगों का डिलीवरी कराया गया, उन लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही सेम्पलिंग कराई जाएगी. वहीं सीएचसी में तैनात सभी स्वास्थ्य कर्मियों का शुक्रवार को सैंपल लिया जाएगा. साथ ही एनम के संपर्क में आने वाले सभी महिलाओं और पुरुषों की भी थर्मल स्कैनिंग कराई जाएगी.
यहीं नहीं एएनएम द्वारा टीकाकरण होने वाले गांव के बच्चों और उनकी माताओं का भी टेस्ट किया जाएगा. डिलीवरी सेवा में नियुक्त एनएम के संपर्क में आए नवजात शिशु और नवप्रसूता माताओं का भी सैंपल लिया जाएगा.
अस्पताल को किया गया सैनिटाइज
कोरोना पॉजिटीव पाए जाने के बाद स्थानीय प्रशासन ने पूरे अस्पताल परिसर को सेनेटाइज कराया है. साथ ही जहां-जहां संक्रमित पाए गए हैं, उन स्थानों को चिन्हित कर बैरिकेड एवं सैनिटाइज करवा रहा है. सभी कोरोना पॉजिटीव एएनएम को जिला अस्पताल स्थित आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया गया है. इससे पहले भी क्षेत्र में दो कोरोना के पॉजिटिव व्यक्ति मिल चुके हैं, जो स्वस्थ्य होकर घर लौट चुके हैं.