मुरादाबाद: कोरोना संकट के चलते लागू लॉकडाउन से जहां लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं लॉकडाउन के इस समय को कई लोग अपने शौक पूरा करने में भी इस्तेमाल कर रहें है. जिले के एक युवक ने लॉकडाउन के दौरान दहेज प्रथा 'डाका' नाम की ई-बुक लिख डाली.
कटघर थाना क्षेत्र स्थित कबीर नगर में रहने वाले नवाज अनवर खान जनपद के एक निजी स्कूल में क्लर्क की नौकरी करते हैं. नवाज अनवर को बचपन से ही कहानियां लिखने का शौक है. उनकी कई कहानियां प्रकाशित भी हुई हैं. लॉकडाउन लागू होने के बाद नवाज अनवर खान को अपने शौक को रफ्तार देने का मौका मिल गया.
उपन्यास लिखने से लेकर उसकी छपाई तक में काफी समय लगता है, लिहाजा नवाज ने इसे ई-बुक के रूप में प्रकाशित करने का फैसला किया है. वहीं उनकी ई-बुक को मिल रही सराहना के बाद नवाज उत्साहित हैं. दहेज प्रथा को केंद्र में रखकर लिखे गए इस उपन्यास को उन्होंने हिंदी के साथ अंग्रेजी में उपलब्ध है.
अनवर की लिखी ई-बुक कॉमर्स ई-साइट्स पर जारी की गई है. दस से पन्द्रह दिन में ई-बुक लिखकर अनवर अब दूसरे उपन्यास की तैयारी में जुट गए है. लॉकडाउन में अनवर को ई-बुक लिखने में परिवार का भी पूरा सहयोग मिला है. परिजनों के मुताबिक अनवर बचपन से ही अपनी कल्पना के सहारे कहानियां गढ़कर सुनाता था, लेकिन अब उसने इन कहानियों को कागज पर उकेरना शुरू कर दिया. जिसके नतीजे काफी उत्साहजनक है.
लॉकडाउन में जहां लोग लगातार घर में रहने से बोर होने की शिकायत कर रहें है. वहीं नवाज अनवर ने इस मौके को अपनी प्रतिभा निखारने में इस्तेमाल कर बाजी मारी है. कोरोना संकट से दुनिया की रफ्तार पर भले ही ब्रेक लगा हो लेकिन अपनी अंदर छुपी प्रतिभा निखारने का इससे बढ़िया मौका भी शायद ही कभी मिले.
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