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नारी निकेतन में महिला का नहीं हुआ था गर्भपात, जांच में सुनाई दी बच्चे की धड़कन

विदेशी मीडिया में खबर आई थी कि लव जिहाद मामले में नारी निकेतन गई महिला का गर्भपात कराया गया है. बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने जब इसकी जांच कराई तो यह खबर झूठी पाई गई. मामला मुरादाबाद जिले का है. देखें पूरी रिपोर्ट...

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Published : Dec 13, 2020, 7:49 PM IST

Updated : Dec 13, 2020, 8:16 PM IST

chairman of uttar pradesh child protection commission
बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर विशेष गुप्ता.

मुरादाबाद : कांठ थाना क्षेत्र में एक सप्ताह पहले जिले का पहला लव जिहाद का मामला सामने आया था. बिजनौर निवासी हिन्दू युवती की मां की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद दोनों को जेल भेज दिया गया. वहीं युवती को नारी निकेतन भेज दिया गया. युवती तीन महीने की गर्भवती थी. रविवार 13 दिसम्बर की सुबह कहीं से ये खबर सामने आई कि नारी निकेतन में रह रही युवती का गर्भपात करा दिया गया है. इस खबर का बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने तुरंत संज्ञान लिया और इसकी जांच के आदेश दिए. मेडिकल जांच में यह बात झूठी पाई गई. युवती का गर्भपात नहीं हुआ था. यह खबर विदेशी मीडिया में भी आई थी.

जानकारी देते बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष.

जिला प्रोविजन अधिकारी को सौंपी गई जांच
13 दिसंबर रविवार के दिन एक अफवाह फैल गई कि लव जिहाद मामले में कांठ थाने से नारी निकेतन भेजी गई महिला पिंकी का जबरन गर्भपात करा दिया गया है. इस पूरे मामले का बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर विशेष गुप्ता ने गंभीरता से लेते हुए जिला प्रोविजन अधिकारी को निर्देश दिए कि पिंकी का मेडिकल चेकअप कराया जाए. युवती के मेडिकल परीक्षण कराने पर जानकारी मिली कि गर्भ शिशु स्वस्थ है. शिशु की धड़कन को सुना जा सकता है. साथ ही अल्ट्रासाउंड कराकर बच्चे की स्थिति को भी देखा गया, जिसकी मेडिकल रिपोर्ट भी आ गई है. यह भी जानकारी मिली कि दो दिन पहले नारी निकेतन में पिंकी के पेट में दर्द उठा था, जिसके बाद उसको जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आज सुबह अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.

महिला की सुसराल वालों को दी गई गलत सूचना
जब पिंकी को पेट दर्द की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उस समय महिला की ससुराल में किसी व्यक्ति ने गलत सूचना दे दी कि पिंकी का गर्भपात करा दिया गया है. इस गलत सूचना ने अफवाह का रूप ले लिया. अब तक के लव जिहाद के मामलों में यह पहली युवती थी, जिसको नारी निकेतन भेजा गया था.

बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने अफवाह का किया खंडन
बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर विशेष गुप्ता ने बताया, 'जब मेरे संज्ञान में यह मामला आया तो मैंने मुरादाबाद के जिला प्रोविजन अधिकारी को सुबह यह निर्देश दिया कि आप उस लड़की का मेडिकल कराएं और मेडिकल करा कर मुझे बताएं कि सत्यता क्या है. ताकि मैं उस बात को पत्रकारों के सामने रख सकूं. मेडिकल के बाद मेरे पास रिपोर्ट आई है. इस रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा है कि वह लड़की 3 माह की गर्भवती है. गर्भ में पल रहे शिशु की धड़कन सुनी जा सकती है. अल्ट्रासाउंड भी हुआ तो इसलिए जो पुराना समाचार है, उसका मैं खंडन करता हूं.'

सरकारी संस्थाओं को किया जा रहा बदनाम
डॉक्टर विशेष गुप्ता ने कहा, 'बहुत खराब बात है कि किसी भी समाचार को सत्यता की जांच किए बिना ही प्रकाशित कर दी गई. सरकारी संस्थाओं को बदनाम करने के लिए यह सारा प्रकरण है. लड़की पूर्णता गर्भवती है. रिपोर्ट भी मेरे पास उपलब्ध है. कभी आवश्यकता भी पड़ेगी तो साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत कर दी जाएगी. निश्चित तौर पर मैं इसके बारे में मुख्यमंत्री को लिखूंगा कि किस तरीके से सरकारी संस्थाओं को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. इस बात की भी जानकारी की गई है कि किस व्यक्ति ने फोन करके यह झूठी खबर लड़की के सुसराल वालो को दी थी.'

क्या था पूरा मामला
बिजनौर के कोतवाली क्षेत्र निवासी युवती पिंकी देहरादून में रहकर पढ़ाई कर रही थी. इसी दौरान वह सैलून में काम करने वाले कांठ तहसील के मुहल्ला पटेगंज निवासी राशिद के संपर्क में आ गई. दोनों ने जुलाई में कोर्ट मैरिज कर ली, जिसके बाद पिंकी कांठ आ गई. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को सूचना मिली थी कि कांठ तहसील में एक युवक द्वारा एक युवती का जबरन धर्मांतरण कराकर शादी की जा रही थी. युवती को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था.

मुस्लिम युवक से शादी करने वाली युवती ने क्या कहा
मुस्लिम युवक राशिद से शादी करने वाली युवती पिंकी ने बताया कि वह बिजनोर जिले की रहने वाली है. उसने अपने मर्जी से 24 जुलाई को देहरादून में शादी की थी. पिछले पांच महीने से वह अपने पति के साथ मुरादाबाद के कांठ में रह रही थी.

मुरादाबाद : कांठ थाना क्षेत्र में एक सप्ताह पहले जिले का पहला लव जिहाद का मामला सामने आया था. बिजनौर निवासी हिन्दू युवती की मां की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया था. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद दोनों को जेल भेज दिया गया. वहीं युवती को नारी निकेतन भेज दिया गया. युवती तीन महीने की गर्भवती थी. रविवार 13 दिसम्बर की सुबह कहीं से ये खबर सामने आई कि नारी निकेतन में रह रही युवती का गर्भपात करा दिया गया है. इस खबर का बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने तुरंत संज्ञान लिया और इसकी जांच के आदेश दिए. मेडिकल जांच में यह बात झूठी पाई गई. युवती का गर्भपात नहीं हुआ था. यह खबर विदेशी मीडिया में भी आई थी.

जानकारी देते बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष.

जिला प्रोविजन अधिकारी को सौंपी गई जांच
13 दिसंबर रविवार के दिन एक अफवाह फैल गई कि लव जिहाद मामले में कांठ थाने से नारी निकेतन भेजी गई महिला पिंकी का जबरन गर्भपात करा दिया गया है. इस पूरे मामले का बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर विशेष गुप्ता ने गंभीरता से लेते हुए जिला प्रोविजन अधिकारी को निर्देश दिए कि पिंकी का मेडिकल चेकअप कराया जाए. युवती के मेडिकल परीक्षण कराने पर जानकारी मिली कि गर्भ शिशु स्वस्थ है. शिशु की धड़कन को सुना जा सकता है. साथ ही अल्ट्रासाउंड कराकर बच्चे की स्थिति को भी देखा गया, जिसकी मेडिकल रिपोर्ट भी आ गई है. यह भी जानकारी मिली कि दो दिन पहले नारी निकेतन में पिंकी के पेट में दर्द उठा था, जिसके बाद उसको जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आज सुबह अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.

महिला की सुसराल वालों को दी गई गलत सूचना
जब पिंकी को पेट दर्द की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उस समय महिला की ससुराल में किसी व्यक्ति ने गलत सूचना दे दी कि पिंकी का गर्भपात करा दिया गया है. इस गलत सूचना ने अफवाह का रूप ले लिया. अब तक के लव जिहाद के मामलों में यह पहली युवती थी, जिसको नारी निकेतन भेजा गया था.

बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने अफवाह का किया खंडन
बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डॉक्टर विशेष गुप्ता ने बताया, 'जब मेरे संज्ञान में यह मामला आया तो मैंने मुरादाबाद के जिला प्रोविजन अधिकारी को सुबह यह निर्देश दिया कि आप उस लड़की का मेडिकल कराएं और मेडिकल करा कर मुझे बताएं कि सत्यता क्या है. ताकि मैं उस बात को पत्रकारों के सामने रख सकूं. मेडिकल के बाद मेरे पास रिपोर्ट आई है. इस रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा है कि वह लड़की 3 माह की गर्भवती है. गर्भ में पल रहे शिशु की धड़कन सुनी जा सकती है. अल्ट्रासाउंड भी हुआ तो इसलिए जो पुराना समाचार है, उसका मैं खंडन करता हूं.'

सरकारी संस्थाओं को किया जा रहा बदनाम
डॉक्टर विशेष गुप्ता ने कहा, 'बहुत खराब बात है कि किसी भी समाचार को सत्यता की जांच किए बिना ही प्रकाशित कर दी गई. सरकारी संस्थाओं को बदनाम करने के लिए यह सारा प्रकरण है. लड़की पूर्णता गर्भवती है. रिपोर्ट भी मेरे पास उपलब्ध है. कभी आवश्यकता भी पड़ेगी तो साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत कर दी जाएगी. निश्चित तौर पर मैं इसके बारे में मुख्यमंत्री को लिखूंगा कि किस तरीके से सरकारी संस्थाओं को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. इस बात की भी जानकारी की गई है कि किस व्यक्ति ने फोन करके यह झूठी खबर लड़की के सुसराल वालो को दी थी.'

क्या था पूरा मामला
बिजनौर के कोतवाली क्षेत्र निवासी युवती पिंकी देहरादून में रहकर पढ़ाई कर रही थी. इसी दौरान वह सैलून में काम करने वाले कांठ तहसील के मुहल्ला पटेगंज निवासी राशिद के संपर्क में आ गई. दोनों ने जुलाई में कोर्ट मैरिज कर ली, जिसके बाद पिंकी कांठ आ गई. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को सूचना मिली थी कि कांठ तहसील में एक युवक द्वारा एक युवती का जबरन धर्मांतरण कराकर शादी की जा रही थी. युवती को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था.

मुस्लिम युवक से शादी करने वाली युवती ने क्या कहा
मुस्लिम युवक राशिद से शादी करने वाली युवती पिंकी ने बताया कि वह बिजनोर जिले की रहने वाली है. उसने अपने मर्जी से 24 जुलाई को देहरादून में शादी की थी. पिछले पांच महीने से वह अपने पति के साथ मुरादाबाद के कांठ में रह रही थी.

Last Updated : Dec 13, 2020, 8:16 PM IST
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