मुरादाबाद : ठाकुरद्वारा क्षेत्र में तेंदुए के आतंक से ग्रामीण बहुत परेशान हैं. पिछले डेढ़ साल में तेंदुए के हमले से तीन की मौत हो चुकी है और दर्जन भर लोग घायल हो चुके हैं. ग्रामीणों ने गन्ने के खेत से तेंदुए के दो शावकों को पकड़ा है. दोनों शावक लगभग छह महीने के हैं. जानकारी के बावजूद भी डेढ़ घंटे तक वन विभाग की टीम के नहीं पहुचने पर ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रोष जताया. वहीं धरपकड़ के दौरान मौके से एक तेंदुआ भागने में कामयाब हो गया.
गुलदार का आतंक चरम पर
मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र की सीमा उत्तरांचल के कार्बेट नेशनल पार्क से लगी हुई है. जिसकी वजह से आए दिन जंगली जानवर ग्रामीण क्षेत्रों में आ जाते है और गांववालों पर हमला कर उन्हें शिकार बनाते हैं. तीन महीने पूर्व ही एक छह साल की बच्ची को तेंदुए ने अपना शिकार बना लिया था. तेंदुए के आतंक से ग्रामीण अपने खेतों में टोली बनकर काम करते हैं. रविवार की शाम भी कुछ किसान गन्ने के खेत मे काम कर रहे थे, तभी एक तेंदुए ने किसानों पर हमला कर दिया. शोर मचाने पर तेंदुआ गन्ने के खेत मे छिप गया.
ग्रामिणों ने की नारेबाजी
ग्रामीणों ने इसकी सूचना अपने गांव और डायल 100 पर दी. कुछ देर बाद मौके पर पुलिस पहुंच गयी, जिसके बाद किसानों ने खेत को चारों तरफ से घेर लिया. खेत मे तीन तेंदुए थें, एक तो मौका पा कर भाग निकला बाकी शावकों को किसानों ने पकड़ लिया. पकड़े गए दोनों तेंदुए लगभग छह माह के हैं. किसानों ने पकड़े गए तेंदुए के चारों पैरों को रस्से से बांध दिया. जिसकी सूचना वन विभाग को दी, लेकिन डेढ़ घंटे तक वन विभाग की टीम के नहीं आने पर किसानों ने जमकर नारेबाजी की.
डायल 100 के सिपाही किशन ने बताया की हमको सूचना मिली थी कि खेत में तेंदुए हैं. ग्रामीणों की सहायता से खेत में से तेंदुए के दो शावक पकड़े गए हैं, लेकिन करीब डेढ़ घंटे से ऊपर हो गया है अभी तक वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची है.