मुरादाबाद: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के साथ समूचा उत्तर भारत आजकल घने कोहरे और शीतलहर की चपेट में है. कोहरे में विजीबिलिटी बेहद कम होने के चलते रेल यातायात हर साल बुरी तरह प्रभावित होता आया है. सर्दियों में जहां कोहरे के चलते दर्जनों ट्रेनों को निरस्त करना मजबूरी बन जाता है. वहीं कई ट्रेनें निर्धारित समय से घण्टों लेट पहुंचती हैं. कोहरे में रेल की रफ्तार पर ब्रेक न लगे इसके लिए रेलवे इस बार फॉग सेफ डिवाइस का इस्तेमाल कर रहा है.
कोहरे में लोको पायलट को सिग्नल नजर नहीं आने से बार-बार ट्रेनों की गति को कम करना पड़ता है, लेकिन फॉग सेफ डिवाइस से इस समस्या से छुटकारा मिल रहा है. जीपीएस से कनेक्ट फॉग सेफ डिवाइस पायलट को सिग्नल की जानकारी पहले ही मुहैया करा देती है, जिसके आधार पर पायलट ट्रेन को संचालित कर निर्धारित समय पर गाड़ियों को प्लेटफॉर्म तक ले जा रहे हैं.
फॉग सेफ डिवाइस कोहरे से प्रभावित सभी ट्रेनों में इस्तेमाल की जा रही है और इसके सकारात्मक परिणाम देखने में आ रहे हैं. उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले समय में यह डिवाइस जहां कोहरे में लोकोपायलटों के लिए मददगार बनेगी. वहीं यात्रियों को भी कड़कड़ाती ठंड में ट्रेनों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा.
तरुण प्रकाश, डीआरएम
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