मुरादाबाद: सड़क बनाने और रिपेयरिंग के नाम पर पीडब्लूडी विभाग के द्वारा लाखों रुपये हड़पने के मामले की खबर को ईटीवी भारत ने सबसे पहले उठाया था. जिसके बाद शासन ने इस पूरे मामले पर जांच बैठाई है. पीडब्लूडी के चीफ को लखनऊ से एक पत्र प्राप्त हुआ, जिसके बाद उन्होंने इस पूरे मामले पर एससी से एक हफ्ते के अंदर अपनी रिपोर्ट देने के लिए कहा है.
जानिए क्या है पूरा मामला
मुरादाबाद के डिलारी विकास खण्ड में आने वाले गांव पीलखपुर से बामनिया पट्टी तक कि सड़क प्रधानमंत्री सड़क योजना के अंतर्गत ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग द्वारा बनवाई गयी. नियमानुसार टेंडर 27 दिसम्बर 2017 को निकाला गया और सड़क बनवाने का कार्य 28 मार्च 2018 को पूर्ण किया गया.
इसको बनाने की लागत 19 लाख 76 हज़ार रुपये मंजूर हुई, जिसका बोर्ड भी विभाग द्वारा सम्पूर्ण जानकारी के साथ लगा दिया गया. चौकाने वाली बात ये है कि जो सड़क अभी बनकर तैयार ही नहीं हुई, उसी सड़क पर 20 मार्च 2018 को लोक निर्माण विभाग ने भी बमनिया पट्टी से पीलखपुर तक सड़क की मरम्मत का टेंडर निकाल दिया गया. अभी ग्रामीण अभियंत्रण सेवा द्वारा बनवाई जा रही सड़क के बनने में 8 दिन बाकी थे और पीडब्लूडी द्वारा भी उसी सड़क की मरम्मत का टेंडर 43.50 लाख रुपये की लागत निकाल दिया गया था.
मेरे संज्ञान में मामला आया है, जिसकी जांच मैंने एससी को सौंप दी है. जांच एक हफ्ते में पूरी करके सौंपी जाएगी. इस पूरे मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. क्या गलत है क्या सही है यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा.
- विनय कुमार, पीडब्लूडी चीफ